Tokyo 2020 : ओलंपिक मशाल में पहली बार शून्य कार्बन उत्सर्जन
Tokyo 2020 : जापान के टोक्यो नागरपालिका ने हाल ही में घोषणा की है कि टोक्यो ओलंपिक और पैरा ओलंपिक की प्रमुख मशाल टॉवर में हाईड्रोजन ईंधन का प्रयोग करेंगे। The International Olympic Committee (IOC) is confident Tokyo 2020 can achieve its aim of staging a “carbon-neutral” Olympic and Paralympic Games, according to President Thomas Bach.
Tokyo 2020 : ओलंपिक मशाल में पहली बार शून्य कार्बन उत्सर्जन
ओलंपिक मशाल में पहली बार शून्य कार्बन उत्सर्जन
मशाल टॉवर में हाईड्रोजन ईंधन का प्रयोग
टोक्यो। जापान के टोक्यो नागरपालिका ने हाल ही में घोषणा की है कि टोक्यो ओलंपिक और पैरा ओलंपिक की प्रमुख मशाल टॉवर में हाईड्रोजन ईंधन का प्रयोग करेंगे। यह ओलंपिक के इतिहास में पहली बार है कि कार्बन डाई-ऑक्साइड उत्सर्जित ईंधन का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
गौरतलब है कि पहले ओलंपिक की मशाल में आमतौर पर प्रोपेन गैस यानी द्रवीभूत पेट्रोलियम गैस का प्रयोग करते थे। कार्बन डाई-ऑक्साइड की निकासी न करने वाले हाईड्रोजन का इस्तेमाल करने से शून्य कार्बन उत्सर्जन समाज को साकार करने के लिए मददगार होगा। इसके साथ ही टोक्यो ओलंपिक आयोजन कमेटी हाईड्रोजन के प्रयोग से विश्व को हाईड्रोजन ईंधन देने वाले वाहन आदि जापान की तकनीक का प्रसार भी करना चाहती है। गौरतलब है कि 2020 टोक्यो ओलंपिक की मशाल इस साल के 12 मार्च को ग्रीस में करीब 10 दिनों की मशाल रिले संपन्न होने के बाद विमान से जापान सौंपी जाएगी, फिर 26 मार्च से जापान में मशाल रिले किया जाएगा। 24 जुलाई को टोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में प्रमुख मशाल प्रज्जवलित की जाएगी।
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