दरअसल, मंगलवार को पीएम मोदी ने जयपुर में ‘एक वर्ष-परिणाम उत्कर्ष’ कार्यक्रम में राजस्थान के लिए कई घोषणाओं को पिटारा खोला है। इसी कड़ी में पीएम मोदी ने 46000 करोड़ रुपये से अधिक की 24 परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें सबसे खास पीएम मोदी द्वारा पार्वती-कालीसिंध-चंबल पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (PKC-ERCP) का उद्घाटन करना रहा। क्योंकि इस योजना से राजस्थान के 21 जिले लाभान्वित होंगे।
टीकाराम जूली पीएम पर किया पलटवार
नेता विपक्ष टीकाराम जूली ने पीएम के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने राजस्थान के दौरे पर आकर फिर से जुमलों की बरसात की। उन्होंने झूठा आरोप लगाया कि कांग्रेस ने ईस्टर्न कैनाल परियोजना (ERCP) को लटकाया, लेकिन सच्चाई यह है कि ERCP की शुरुआत राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा जी ने की थी और हमारी पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने इसे आगे बढ़ाया था। हमारी सरकार ने ERCP का काम शुरू किया था, जिसके तहत नौनेरा और ईसरदा बांध बनने शुरू हो गए थे। कोविड के कारण करीब 2 साल काम बंद रहा, लेकिन अब नौनेरा बांध का काम पूरा हो चुका है। इसके बाद भी आगे का काम चलता रहे इसके लिए हमारी सरकार ने 13,500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था।
‘नई सरकार थोथी वाहवाही ले रही है’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने दो बार ERCP को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने इसे पूरा नहीं किया। नई सरकार ERCP के नाम पर थोथी वाहवाही लेने का काम कर रही है, जबकि राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच हुए एमओयू को जनता के बीच नहीं रखा गया है और न ही पानी की मात्रा का कोई जिक्र है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रदेश की जनता ने भाजपा के 25 सांसदों को दो बार जिताकर संसद में भेजा, लेकिन फिर भी ERCP परियोजना को केंद्र सरकार ने लटकाए रखा। फरवरी माह में विधानसभा में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा था कि हमने मध्य प्रदेश के साथ MOU साइन कर लिया, लेकिन यह MOU आज तक सार्वजनिक नहीं किया गया।
हम मांग करते हैं कि राजस्थान सरकार जल्दी से जल्दी एमपी सरकार के साथ हुआ एमओयू सार्वजनिक करे ताकि राजस्थान की जनता को पता चले कि उनके हित सुरक्षित रहे हैं या नहीं। यह भाजपा की मोदी सरकार और प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है कि वे ERCP को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलवाएं और पुराने डीपीआर के मुताबिक सिंचाई के पानी सहित ERCP बनाएं।
PM मोदी ने कांग्रेस पर लगाए थे ये आरोप
बताते चलें कि जल विवाद के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए पीएम मोदी ने मंगलवार को जयपुर में कहा कि कांग्रेस कभी आम व्यक्ति की मुश्किलें आसान नहीं करना चाहती, कांग्रेस समाधान के बजाय राज्यों के बीच जल विवाद को भी बढ़ावा देती है। मैं जब गुजरात का मुख्यमंत्री था तब कच्छ में पानी पहुंचाने की परियोजना में भी अड़चने लगाने की कोशिश की गई थी, लेकिन हमारी सरकार पानी का महत्व समझती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पूरा देश देख रहा है कि कैसे राजस्थान और मध्य प्रदेश मिलकर पानी साझा कर रहे हैं। पानी को समुद्र में जाने से बचा रहे हैं, कांग्रेस ने पानी पर सियासत की है, राजस्थान में ईआरसीपी योजना को रोकने के लिए भी कांग्रेस ने अड़चनें लगायी थी। राजस्थान व मध्य प्रदेश की आने वाली पीढियों और सदियों का उज्जवल भविष्य आज इस मंच पर लिखा जा रहा है।