सरिस्का के जंगल से निकलकर जयपुर पहुंचा टाइगर, दो दिन से कर रहा मूवमेंट
सरिस्का के अजबगढ़ जंगल से लापता बाघ एसटी 24 ने पिछले दिनों जमवारामगढ़ के सांऊ गांव में एक मवेशी का शिकार किया था। बाघ के पगमार्क देखे जाने पर इस बात की पुष्टि हुई। इसके बाद वन विभाग के अफसर हरकत में आए। सरिस्का से दो टीम व जमवारामगढ़ रेंज की दो टीम में कुल 20 वनकर्मी बाघ की पड़ताल में जुटे। इस दौरान बाघ ने अलग-अलग समय में एक दर्जन मवेशियों को शिकार बनाया।जयपुर के करीब गांव में सात दिन से सो भी नहीं पा रहे ग्रामीण, रात भर जागकर दे रहे पहरा
ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पगमार्क जुटाए। उसके आधार पर पड़ताल की लेकिन कोई सफलता नहीं मिली है। इससे बाघ की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ गई है। क्योंकि पहले भी सरिस्का शिकारियों की निशाने पर आने से बाघ विहीन हो चुका है।टाइगर के बाद अब नया खतरा, जयपुर के पास गांवों में और फैली दहशत, ग्रामीण दे रहे रात-दिन पहरा
मवेशी चराने से डरने लगे ग्रामीणनंदीआला की ढाणी निवासी रामस्वरूप मीणा ने बताया कि बाघ के भय से हाथ में लकड़ी, कुल्हाड़ी आदि लेकर निकलना पड़ रहा है। खेतों में जाने के लिए तीन-चार लोगों को साथ जाना पड़ रहा है। अब तो, अकेले मवेशी चराने भी नहीं जा पा रहे। कल्याण मीणा ने बताया कि पहरा देना पड़ रहा है। दिन में पांच-सात लोग एक जगह एकत्र रहते हैं। रात को भी पहरा देते है। सो भी नहीं पा रहे।