एसओजी ने उपनिरीक्षक परीक्षा पेपर लीक का मामला फरवरी माह में दर्ज किया था। पड़ताल में पेपर लीक के दो गिरोह की पहचान की गई। उनसे पेपर लेकर परीक्षा देने वाले पहले 37 थानेदार गिरफ्तार किए गए। इसके बाद दो दिन पहले आरपीएससी के पूर्व सदस्य रामूराम राईका के बेटे-बेटी सहित पांच थानेदार और गिरफ्तार किए।
कुछ दिन पहले एसओजी एडीजी विजय कुमार सिंह ने भर्ती को रद्द करने को लेकर प्रस्ताव भेजा। इसमें बताया कि किस तरह पेपर परीक्षा सेंटर से लीक किया गया और वह सोशल मीडिया के माध्यम से कई लोगों के पास पहुंचा। पुलिस महानिदेशक यूआर साहू के माध्यम से प्रस्ताव सरकार के पास पहुंचा। प्रस्ताव पर उच्च स्तर पर मंथन भी हुआ है। जानकार बताते हैं कि सरकार इस पर जल्द बड़ा कदम उठाएगी।
दो माह में पूरी होगी ट्रेनिंग, फिर जाएंगे फील्ड में
राजस्थान पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे प्रशिक्षु थानेदारों की ट्रेनिंग अगले दो माह में पूरी होने वाली है। इसके बाद उनकी फील्ड की ट्रेनिंग शुरू होगी। इसको देखते हुए भी जल्द निर्णय लेने की आवश्कता है।
आदेश के इंतजार में रुकी विभागीय कार्रवाई
पेपर लीक मामले में गिरफ्तार प्रशिक्षु थानेदारों के खिलाफ अभी विभागीय कार्रवाई नहीं हुई। दरअसल सभी थानेदारों को जिला आवंटित हो चुका है। रेंज आईजी ने कार्रवाई को लेकर मार्गदर्शन मांगा था, जिस पर मुख्यालय ने निर्णय लिया है कि सरकार के आदेश पर ही सभी मामलों में एक समान निर्णय लिया जाएगा।