2010………मनीष यादव……………एबीवीपी………………. कांग्रेस
2011………प्रभा चौधरी……………निर्दलीय…………………..कांग्रेस
2012………राजेश मीणा……………एबीवीपी………………….कांग्रेस
2013……….कानाराम जाट……..एबीवीपी……………………कांग्रेस
2014………..अनिल चौपड़ा……….एनएसयूआई…………..भाजपा
2015………..सतवीर चौधरी………..एनएसयूआई…………भाजपा
2016………..अंकित धायल………….निर्दलीय……………….भाजपा
2017…………पवन यादव…………….निर्दलीय………………..भाजपा
2018…………..विनोद जाखड़……….निर्दलीय……………….भाजपा
2019………………पूजा वर्मा……………निर्दलीय……………….कांग्रेस
राजस्थान यूनिवर्सिटी के लिए एक और बड़ा किस्सा यह भी है कि एबीवीपी और एनएसयूआई के टिकट वितरण से नाराज छात्रनेताओं ने जब बागी रूख अपनाए तो यह छात्रों को खूब रास आए। साल 2016 से 2019 तक हुए छात्रसंघ चुनावों में छात्रों की पहली पसंद बागी उम्मीदवार रहे। पिछले चार साल के नतीजों ने तो एबीवीपी और एनएसयूआई दोनों ही संगठनों को चिंता में डाल दिया है। इन चुनावों में बागियों ने जीत का झंडा लहराया है।