मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में लॉकडाउन लागू होने के बाद विभिन्न कारणों से दिवंगत हुए लोगों के परिजन अस्थि विसर्जन कर सकें, इसके लिए विशेष बसें चलाई जाएं। उन्होंने आला अधिकारियों से कहा कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सरकार से इन बसों के संचालन पर सहमति के लिए शीघ्र वार्ता की जाए। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और पीड़ादायक है कि लॉकडाउन की पालना के कारण परिजन के निधन के बाद शोकाकुल परिवार अस्थियों का विसर्जन करने नहीं जा पाए। मुख्यमंत्री गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर कोरोना तथा क्वॉरंटीन व्यवस्थाओं को लेकर कोर ग्रुप के साथ समीक्षा कर रहे थे।
10 हजार क्वॉरंटीन सेंटरों में 7.18 लाख लोग
मुख्यमंत्री को बताया गया कि क्वॉरंटीन के लिए 10 हजार से अधिक सेंटरों की व्यवस्था की गई है। फिलहाल 7 लाख 18 हजार लोग क्वॉरंटीन में हैं। इनमें से 34 हजार संस्थागत क्वॉरंटीन में और शेष होम क्वॉरंटीन में हैं। अब तक करीब 6 लाख लोग क्वॉरंटीन अवधि पूरी कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य राज्यों से आए प्रवासियों के क्वॉरंटीन को लेकर किसी तरह की लापरवाही नहीं हो। जिला स्तर पर वरिष्ठ अधिकारी संस्थागत तथा होम क्वॉरंटीन व्यवस्थाओं की लगातार मॉनीटरिंग करें। मुख्यमंत्री को बताया गया कि क्वॉरंटीन और लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
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