सीएम शनिवार को कर्नाटक के बेंगलुरू में सुवर्णा समब्रह्म और 11वें राज्य स्तरीय ब्राह्मण सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अखिल कर्नाटक ब्राह्मण महासभा जन सेवा के कार्यों से अपने ध्येय ‘सर्वे जना सुखिनो भवन्तु’ को चरितार्थ कर रही है। सीएम ने कहा कि ब्राह्मण समाज हमारी सामाजिक और सांस्कृतिक धारा को दिशा देने वाला महत्वपूर्ण स्तंभ रहा है। यह वह समाज है जो पूरे राष्ट्र को दिशा देने का काम करता है।
राजस्थान और कर्नाटक सांस्कृतिक विरासत के लिए विख्यात
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह राजस्थान अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए देश- दुनिया में जाना जाता उसी तरह कर्नाटक भी अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए विख्यात है। शर्मा ने कहा कि कर्नाटक संगीत पूरी दुनिया के शास्त्रीय संगीत में अपनी एक विशिष्ट पहचान रखता है। यह शहर सिलिकॉन वैली के रूप में आईटी और स्टार्टअप के मामले में दुनिया के प्रमुख केंद्रों को भी टक्कर दे रहा है। मैं राजस्थान और कनार्टक के सांस्कृतिक आदान-प्रदान को और अधिक मजबूत करने के लिए आप सभी को राजस्थान आने के लिए आमंत्रित करता हूं।
उद्यमियों को निवेश के लिए आमंत्रण
शर्मा ने कहा कि खाटूश्यामजी मंदिर को भव्यता प्रदान करने के लिए 100 करोड़ रुपये राशि के कार्य तथा 20 प्रमुख मंदिरों और आस्था धामों में भी विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान उत्पादों और सेवाओं के लिए एक बड़ा बाजार है, जहां कुशल श्रम शक्ति के साथ ही उत्तर और पश्चिम भारत के प्रमुख बाजारों से सीधा जुड़ाव है। उन्होंने उद्यमियों को निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने निवेशकों के लिए एक ऐसा माहौल तैयार किया है जहां उन्हें हर संभव सुविधाएं मिलेंगी।