बैठक में उद्योगों से माल परिवहन की वर्तमान स्थिति और अगले पांच से दस वर्षों के लिए अनुमानित परिवहन भार का डेटा एकत्रित करने पर सहमति बनी ताकि रेलवे लाइन की डीपीआर तैयार करने के लिए महत्वपूर्ण आंकड़े उपलब्ध हो सकें। अगले 15 दिनों में इस डेटा के आधार पर एक और बैठक होगी, जिसमें स्थाई मार्ग की डीपीआर पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
इस प्रस्तावित रेलवे लाइन से औद्योगिक क्षेत्रों के लिए नए अवसर खुलेंगे और शहरीकरण को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही औद्योगिक क्षेत्र के उद्योगों को रेल नेटवर्क से सीधा संपर्क प्राप्त होगा, जिससे जिले में परिवहन सुविधाओं में सुधार होगा और औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।
इस रेलवे लाइन से कोटपूतली बहरोड जिला औद्योगिक विकास के साथ-साथ सर्वांगीण विकास की ओर अग्रसर होगा। इस लाइन से एक महत्वपूर्ण योजना साकार रूप लेगी और आने वाले समय में भारतीय सहित विदेशी निवेश के लिए एक बहुत बड़ा आदर्श औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित हो सकेगा। हमें खुशी है कि भारत सरकार का ध्यान इस औद्योगिक क्षेत्र के विकास की ओर आया है। हमें उम्मीद भी है कि इस रेलवे लाइन से वर्तमान उद्योग एवं अन्य उद्योगों को माल परिवहन के साथ-साथ यात्री भार की सुगमता न्यूनतम दर पर औद्योगिक कार्य कर सकेंगे।
कृष्ण गोपाल कौशिक, अध्यक्ष नीमराना इंडस्ट्रीज एसोसिएशन
इस रेलवे लाइन के होने से इस क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्रों के द्वारा किए जा रहे माल परिवहन की सुविधा प्राप्त होगी। औद्योगिक इकाइयों को सुविधा मिलेगी जो औद्योगिक परिदृश्य और अधिक तेजी से विकसित होगा।