जयपुर रीजन में शर्मनाक हालात, 13 कनेक्शन ही जारी
बैठक में डॉ.समित शर्मा ने कहा कि जयपुर रीजन में जल कनेक्शन की रफ्तार बेहद धीमी हैं। जबकि सबसे ज्यादा संसाधन, बजट और इंजीनियरों की फौज जयपुर रीजन में ही है। जयपुर ग्रामीण में तैनात इंजीनियरों की लचर मॉनिटरिंग के कारण कनेक्शन जारी करने की रफ्तार कम हैं। रविवार को जयपुर रीजन में महज 13 जल कनेक्शन जारी हुए। जयपुर रीजन में मौजूदा वर्ष में 2 लाख 13 हजार जल कनेक्शन होने हैं। यहां अभी तक केवल 2550 जल कनेक्शन जारी हुए हैं।
जरूरत 8 हजार कनेक्शन की, हो रहे 3 हजार
जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी के प्रयासों से जल शक्ति मंत्रालय ने जेजेएम की समय सीमा एक वर्ष बढ़ाई है। लक्ष्य पूरा करने के लिए प्रतिदिन 8 हजार कनेक्शन जारी करने की जरूरत है। लेकिन, प्रतिदिन 3 हजार या इससे कम कनेक्शन ही हो रहे हैं।
गोवा देश में पहले नंबर पर, राजस्थान में पानी की कमी बड़ी बाधा
जेजेएम में जल कनेक्शन की रैंकिंग के हिसाब से देश में गोवा पहले नंबर पर है। यहां 2 लाख 63 हजार लक्ष्य के मुकाबले 100 प्रतिशत जल कनेक्शन हो चुके हैं। राजस्थान के पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश में भी 100 प्रतिशत जल कनेक्शन हो चुके हैं। राजस्थान आज भी देश में मिशन के तहत कनेक्शन जारी करने में 33वें नंबर पर है। हांलाकि, राजस्थान में जल कनेक्शन की राह में पानी की कमी बड़ी बाधा बन कर सामने आई है। इसलिए, तत्कालीन कांग्रेस सरकार में जलदाय मंत्री रहे महेश जोशी भी केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय के रैंकिंग सिस्टम पर लगातार सवाल उठाते रहे। इसलिए मचा है घमासान
- 25 लाख जल कनेक्शन जारी करने का इस वर्ष का लक्ष्य
- 64,463 कनेक्शन अभी तक जारी