उधर, घायल अनिल ने आंखों देखी बताई। अनिल ने बताया कि मैं बस में सो रहा था। मेरे साथ माता-पिता तथा दो बच्चे भी थे। रात करीब एक-डेढ़ बजे की बात है। बस अचानक लहरा रही थी। कुछ सवारियों की चालक को सही प्रकार से बस चलाने की आवाज आ रही थी। इन आवाजों से मेरी नींद खुली तो बस और अधिक लहराई हुई प्रतीत हुई। वह भी चालक को सही बस चलाने के लिए चिल्लाया तो इतने में बस खाई में गिर गई और चालक व परिचालक बस से कूद कर फरार हो गए। खाई में पानी नहीं था। इस कारण लोगों को तुरंत बाहर निकाला। सभी लोगों के कहीं ना कही चोट आई थी। बाद में देखा तो मेरी मां वैजयंती की भी दुखद मौत हो गई। इतने में उसे अपने पिता को देखा तो वे घायल पड़े थे। वहीं उसके दो बच्चों को भी चोटें आई थी। उसने व अन्य यात्रियों को बस से निकाला। मेरे खुद के सिर में चोट आई है।
नेपाल में दर्दनाक हादसा, राजस्थान के 6 श्रद्धालुओं की मौत, 12 घायल
इनकी हुई मौत
मृतकों में महूकलां की अमित कॉलोनी निवासी वैजयंती देवी (67), सत्यवती (66), दम्पती बहादुर सिंह (62) व मीरा देवी (60) तथा राजेन्द्र (66) व उनकी पत्नी श्रीकांता देवी (58) शामिल हैं। यह सभी लोग 19 अगस्त की रात को डेढ़ बजे ट्रेन से दिल्ली तथा वहां से काठमांडू फ्लाइट से गए थे। वहां से बस से लौट रहे थे।
युवक ने दादा व चाची पर सरिए से किया हमला, चाची की मौत
कॉलोनी में पसरा है सन्नाटा
सभी मृतक व घायल एक ही कॉलोनी के निवासी हैं। इस कारण कॉलोनी में सन्नाटा पसरा है। लोग घायलों से फोन पर बात कर जानकारी ले रहे हैं। मृतकों के घर के बाहर भी कोई नहीं जा रहा है। वहीं पूरी कॉलोनी में शोक की लहर है। अब सभी को शवों का इंतजार है।