पूछताछ में उन्होंने एसओजी को बताया कि पेपर लीक मामला सामने आने के बाद तय हुआ कि कोई किसी का नाम नहीं बताएगा और परीक्षा रद्द होने पर भाग जाने का निर्णय लिया गया। परीक्षा रद्द नहीं हो तब तक चुपचाप रहकर प्रशिक्षण पूरा करेंगे। इसी के चलते दोनों भाई-बहन एसओजी की कार्रवाई के बाद भागने की बजाय चुपचाप रहकर आरपीए में प्रशिक्षण ले रहे थे। वहीं जोधपुर रेंज पुलिस ने दो महिला थानेदारों की जगह परीक्षा देने वाली वांटेड वर्षा बिश्नोई को सोमवार को कोटा से गिरफ्तार किया है।
रडार पर तीन सौ से अधिक थानेदार
एसओजी सूत्रों के मुताबिक, आरपीए में प्रशिक्षण ले रहे अन्य तस्करों के बच्चों के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। प्रशिक्षण ले रहे कुछ थानेदारों के नाम सामने आए हैं, उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। पेपर लीक मामले में मिलीभगत मिलने पर उनको भी गिरफ्तार किया जाएगा। एसओजी की रडार पर अब भी पेपर लीक मामले से जुड़े 300 से अधिक थानेदार हैं, जबकि 44 को गिरफ्तार कर किया जा चुका वहीं जोधपुर रेंज आइजी विकास कुमार की टीम ने दो महिला थानेदारों की जगह डमी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा देने वाली वांटेड वर्षा बिश्नोई को कोटा से गिरफ्तार किया। आरोपी वर्षा पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था।
मामले में अब तक तीन तस्कर आए सामने
एसओजी अब तक तीन मादक पदार्थ तस्करों को गिरफ्तार कर चुकी। सबसे पहले जोधपुर के मादक पदार्थ तस्कर श्रवण बाबल को बेटी चंचल व अन्य रिश्तेदारों के लिए एसआइ भर्ती परीक्षा 2021 का पेपर परीक्षा से पहले प्राप्त करने के मामले में गिरफ्तार किया गया। आरोपी श्रवण की बेटी चंचल परीक्षा से पहले पेपर लेकर थानेदार बन गई थी। एसओजी ने चंचल को भी गिरफ्तार किया। जबकि श्रवण के परिचित अन्य थानेदारों की तस्दीक करने में जुटी। वहीं मादक पदार्थ तस्कर ओमप्रकाश फौजी को भी पेपर लीक मामले में गिरफ्तार कर चुकी। आरोपी ओमप्रकाश ने जयपुर में फ्लैट किराए से लेकर दो दर्जन से अधिक परीक्षार्थियों को मोटी रकम लेकर पेपर उपलब्ध करवाया था। पुलिस ने आरोपी ओमप्रकाश से पूछताछ के बाद कुछ थानेदारों को भी गिरफ्तार किया। वहीं अब मादक पदार्थ तस्कर भागीरथ की तलाश है।