300 से अधिक ट्रेनी SI रडार पर
इससे पहले एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में एसओजी ने 300 से अधिक थानेदारों पर संदेह जताया है, जो वर्तमान में राजस्थान पुलिस अकादमी (आरपीए) में प्रशिक्षण ले रहे हैं। मादक पदार्थ तस्कर भागीरथ के बेटे और बेटी की अन्य तस्करों के बच्चों के प्रशिक्षण लेने की बात सामने आने के बाद बड़ी संख्या में थानेदार छुट्टी पर चले गए हैं। आरपीए के सूत्रों के मुताबिक उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा में थानेदारों की गिरफ्तारी शुरू होने के बाद से 40 से 50 थानेदार छुट्टी पर चले गए हैं। इनमें से कुछ लौट आए हैं, जबकि कई अभी भी छुट्टी पर हैं। वर्तमान में 60 से 70 थानेदार छुट्टी पर हैं, जिनमें कुछ एसओजी के संदेह के घेरे में हैं। एसओजी ने तीन दिन में छुट्टी पर जाने वाले थानेदारों की जानकारी जुटाई है और उनकी भूमिका की जांच कर रही है।
SOG की जांच के बाद खुलेगा मामला
उल्लेखनीय है कि पूछताछ में गिरफ्तार दिनेश और प्रियंका ने आरपीए में बड़ी संख्या में मादक पदार्थ तस्करों के बच्चों के थानेदार बनकर प्रशिक्षण लेने की जानकारी दी थी। आरपीए के सूत्रों के अनुसार, छुट्टी पर जाने वाले थानेदारों की संख्या और उनकी मामले में संलिप्तता का पता एसओजी की जांच के बाद चलेगा। कुछ थानेदारों ने बीमार होने, पारिवारिक कारणों या अन्य जरूरी कामों का हवाला देकर छुट्टी ली है। एसओजी ने तस्कर भागीरथ के थानेदार बेटे दिनेश और बेटी प्रियंका को रविवार को हिरासत में लिया। जब एसओजी आरपीए पहुंची, तब दोनों वहां मौजूद थे। हिरासत में लेने के बाद मंगलवार शाम तक 35 पुरुष और महिला थानेदारों ने छुट्टी ले ली, जिनमें मंगलवार को 20 थानेदार शामिल थे।
गोपाल सारण उगल रहा है राज
गौरतलब है कि एसओजी ने पिछले दिनों पेपर लीक माफिया भूपेंद्र सारण के भाई गोपाल सारण को गिरफ्तार किया था। इसके बाद गोपाल सारण से पूछताछ के आधार पर एसओजी ने राजस्थान पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग ले रही प्रियंका और दिनेश को गिरफ्तार किया। इन तीनों से पूछताछ में एसआई भर्ती में चयनित थानेदारों के कई और राज एसओजी को पता चले हैं। जिनके आधार पर अब एसओजी अपनी जांच आगे बढ़ा रही है।