राहुल गांधी दोबारा बनेंगे कांग्रेस अध्यक्ष? जानिए इस सवाल का उन्होंने क्या दिया जवाब
गांधी परिवार के बेहद करीबी अशोक गहलोत अगले महीने प्रस्तावित अध्यक्ष चुनाव के लिए राहुल गांधी को अपने नामांकन से पहले मना तो रहे हैं लेकिन अगर राहुल गांधी नहीं मानते हैं तो फिर कांग्रेस की अंदूरनी महाभारत में अशोक का चक्र चलना तय माना जा रहा है और फिर राजनीतिक महाभारत भी उसी शक्ल की होगी। पिछले दिनो अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में सोनिया गांधी ने अशोक गहलोत को अध्यक्ष पद संभालने के लिए तैयार रहने को कहा था। हालांकि अशोक गहलोत अब भी यही प्रयास कर रहे हैं कि उन्हें अध्यक्ष न बनना पड़े और राहुल गांधी को वह किसी तरह इसके लिए तैयार कर लें। असल बात यह है कि वह राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी किसी कीमत पर नहीं छोड़ना चाहते हैं।
राहुल गांधी हो रहे ट्रोल,मामला आटे और लीटर का
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के अंदर विरोधी गुट जी-23 के सदस्य शशि थरूर ने अध्यक्ष पद के लिए कमर कस ली है। उनके पीछे पार्टी के कई सदस्य और सांसद हैं। पांच सांसदों ने चुनाव अधिकारी मधुसूदन को यहां तक लिख दिया कि जो वोटर हैं उनकी लिस्ट सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराई जाए। इससे पहले यह कहा जा रहा था कि शशि थरूर को भी सोनिया गांधी ने ही चुनाव लडने के लिए ही कहा था। चुनाव का नामांकन 24 सितंबर से शुरू हो जाएगा और अंतिम तिथि 30 सितंबर निर्धारित की गई है। 20 अगस्त तक चुनाव की पूरी प्रकिया संपूर्ण कर ली जाएगी। 20 या फिर 21 अगस्त को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए विजेता की घोषणा होगी।
सोनिया कांग्रेस तो अशोक राजस्थान नहीं छोडना चाहते
कांग्रेस पार्टी में घमासान मचा हुआ है। इसमें एक तरफ कांग्रेस पार्टी पर सोनिया गांधी अपनी पकड़ ढीली नहीं करना चाह रही हैं। ऐसे में वह चाहती हैं कि राहुल की अनुपस्थिति में उनके बेहद खास और अनुभवी अशोक गहलोत पार्टी अध्यक्ष की कमान संभाले जिससे पार्टी पर उनकी पकड़ मजबूत बनी रही। वहीं अशोक गहलोत राजस्थान नहीं छोड़ना चाहते हैं वह चाहते हैं कि पार्टी का राहुल गांधी अध्यक्ष बने बाकी वह पीछे से सब संभाल लेंगेे और राजस्थान पर भी पकड़ मजबूत बनी रहेगी। इससे दोनों कार्य सिद्ध हो जाएंगे। अशोक गहलोत बेहद पेंचीदा राजनीति के लिए जाना जाता है। ऐसे में वह नहीं चाहते हैं राजस्थान में उनके हटने के बाद सचिन पायलट उड़ान भरें।