उसे भर्ती करने के दौरान पता चला कि महिला के साथ उसका चार साल का बेटा है, लेकिन अन्य कोई परिजन नहीं आया है। इसकी सूचना लावारिस हेल्प डेस्क के जरिए उन तक पहुंची। इसके बाद से उनकी टीम महिला की देखभाल कर रही है। बलदेव ने बताया कि महिला से उसके बारे में पूछा लेकिन वह कुछ भी बताने में सक्षम नहीं है। उसके बेटे ने पिता का नाम दीपक बताया है, लेकिन वो भी इसके अलावा कुछ और बता नहीं पा रहा है। उन्होंने बताया कि महिला को पेट संबंधी दिक्कतें हैं। सोमवार को तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उसे वार्ड से आइसीयू शिफ्ट किया गया। जबकि बच्चे को सार-संभाल के लिए बाल कल्याण समिति के जरिये गांधीनगर स्थित शिशु कल्याण संस्था को सौंपा गया है। महिला मरीज के परिजन की तलाश भी की जा रही है।