सक्षम ने बताया कि शुरुआती दिनों में 10 घंटे नियमित पढ़ाई की और परीक्षा का समय आते-आते पढ़ाई का समय भी बढ़ा दिया. इस दौरान सोशल मीडिया से भी दूरी बनाई। वहीं जो छात्र परीक्षाओं में असफल होकर सुसाइड अटेम्प्ट करने जैसे गलत कदम उठाते हैं, उन्हें मैसेज देते हुए सक्षम ने कहा कि सिर्फ आईआईटी ही सब कुछ नहीं है। आगे बहुत स्कोप है। यदि मेहनत करते रहेंगे, तो कुछ ना कुछ हासिल तो हो ही जाएगा।
वहीं जयपुर के हरित मंगल की जेईई एडवांस में ऑल इंडिया 128वीं रैंक रही। उन्होंने बताया कि एलन इंस्टिट्यूट से जो भी गाइडलाइन मिलती थी, उसे फॉलो किया। इस जर्नी के दौरान टीचर्स के साथ-साथ पेरेंट्स का भी भरपूर सपोर्ट रहा।
वहीं जयपुर में गर्ल्स टॉपर रही श्रेया खंडेलवाल ने बताया कि ऑल इंडिया उनकी 552 में रैंक रही है। हालांकि गर्ल्स अमूमन साइंस बायो लेकर नीट की प्रिपरेशन करना प्रिफर करती हैं, लेकिन उन्हें मैथ में इंटरेस्ट था. इसलिए उन्होंने जेईई का रास्ता चुना।
उन्होंने अपने जूनियर और जेईई नीट जैसी प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि कोई भी गलत रास्ता कभी नहीं चुनना चाहिए। कभी भी लाइफ में कुछ गलत फील हो तो अपने पेरेंट्स से अप्रोच करना चाहिए और शिक्षक भी आपके साथ हमेशा मौजूद रहते हैं। कोई भी गलत कदम उठाने से बेहतर है, अपनी फिलिंग्स को शेयर करें।