ईडी सूत्रों के अनुसार रामकृपाल मीणा ने कई बड़े नाम उजागर किए हैं। जिनसे संबंधित कड़ी से कड़ी जोड़ने की कवायद अब ईडी ने शुरू कर दी है। दरअसल, मीणा पर जयपुर के शिक्षा संकुल के स्ट्रॉन्ग रूम से रीट के पेपर लीक करने के आरोप हैं।
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इस मामले में राजस्थान एसओजी ने भी भजनलाल, उदाराम बिश्नोई और रामकृपाल मीणा को पूर्व में गिरफ्तार किया था। रामकृपाल जयपुर में ही शिवशक्ति पब्लिक स्कूल भी चलाता है। साथ ही जमीनों का कारोबार भी करता है। इस पर कई जगह कब्जे करने के भी आरोप हैं। एसओजी की कार्रवाई के बाद रामकृपाल मीणा के शिवशक्ति कॉलेज और शिव शक्ति स्कूल (एसएस ग्रुप) की गोपालपुरा बायपास पर जगन्नाथ कॉलोनी में तीन मंजिला बिल्डिंग को पिछले दिनों जेडीए के ध्वस्त कर दिया था।
26 सितंबर, 2021 को परीक्षा के बाद से ही बड़ेपैमाने पर पेपर आउट होने के आरोप लगे मीणा पर।
27 जनवरी, 2022 को एसओजी ने मीणा को गिरफ्तार कर लिया, उसके पास 1.07 करोड़ रुपए नकद मिले।
24 सितंबर,2021 को शिक्षा संकुल से हासिल किया था पेपर, पेपर देने के बदले उसे 1.20 करोड़ रुपए मिले।
कैसे बनाई पैपर हासिल करने की साजिश
24 सितंबर 2021 को शिक्षा संकुल स्थित स्ट्रांग रूम से जयपुर की सब ट्रेजरी में पेपर भेजते समय पर्चा निकाला गया, इस स्ट्रांग रूम में दो लॉक लगे थे। एक की चाबी डिप्टी को-ऑर्डिनेटर बीएस बैरवा और दूसरी चाबी डीईओ रविंद्र फौजदार के पास थी। पाराशर ने दोनों चाबियों से ताले खुलवाकर बीएस बैरवा को किसी बहाने वहां से भेज दिया, इसी दौरान रामकृपाल ने पर्चा निकाल लिया। इस मामले में प्रदीप पाराशर को एसओजी ने गिरफ्तार किया था।
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राजीव गांधी स्टडी सर्किल के बारे में पूछताछ
ईडी सूत्रों का कहना है कि मीणा ने राजीव गांधी स्टडी सर्किल के बारे में भी कई खुलासे किए हैं। गौरतलब है कि 19 फरवरी 2021 को जारी समन्वयकों की सूची में से 4 लोगों को पेपरों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी थी, इनमें प्रदीप पाराशर, ध्यानचन्द गोठवाल और सुभाष यादव और चौथा प्राइवेट आदमी रामकृपाल मीणा था। राजीव गांधी स्टडी सर्किल के राष्ट्रीय सह समन्वयक तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग हैं।