महिला सुरक्षा आज भी मुद्दा, इस दिशा में काम किए जाने की जरूरत
.महिलाओं की सबसे बड़ी समस्या उनके अस्तित्व से संबंधित है और इसके लिए उन्हें मानसिक रूप से ज्यादा मजबूत होने की जरूरत है। जो महिलाएं मानसिक रूप से मजबूत हैं वह दृढ़ इच्छा शक्ति के सहारे जीवन में आगे बढ़ रही हैं। कई परिवारों में आज भी बेटा-बेटी में भेदभाव किया जा रहा है। करियर बनाने के समय लडक़ी की शादी कर दी जाती है। घरेलू हिंसा भी एक बड़ी समस्या है। मेरा मानना है कि महिलाओं को अपने परिवार के साथ खुद के बारे में भी सोचना चाहिए। तभी वह सशक्त होंगी।
पूनम जांगिड़
रुढि़वाद और समाज की संकुचित सोच से आज भी महिलाएं संघर्ष कर रही हैं। महिलाओं को समान अधिकार आज भी मात्र नारा बना हुआ है लेकिन यह भी सच है कि जब महिलाओं को आगे बढऩे का अवसर मिला है, उन्होंने शानदार उपलब्धि हासिल की है। सामाजिक सुरक्षा से महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ता है इसलिए ऐसा वातावरण बनाए जाने की जरूरत है जहां कोई महिला से बदसलूकी नहीं करे। उन्हें समान अवसर मिले तो वे घर-परिवार और कामकाज में तालमेल बना कर रख सकती हैं।
कविता बांठिया