हरीश चौधरी ने सदन में कविता पढ़ते हुए कहा, ‘चूल्हा मिट्टी का, मिट्टी तालाब की, तालाब ठाकुर का। भूख रोटी की, रोटी बाजरे की, बाजरा खेत का, खेत ठाकुर का। बैल ठाकुर का, हल ठाकुर का, हल की मूठ पर हथेली अपनी। फसल ठाकुर की, कुआं ठाकुर का, खेत-खलिहान ठाकुर के। आपके लिए क्या है? गांव? शहर? देश? बजट को देखकर तो लगता है कि यह बड़े-बड़े महल और ठाकुरों के लिए है।’ जिसके बाद सदन में हंगामा मच गया।
मानवेंद्र सिंह का हरीश चौधरी पर हमला
बीजेपी नेता मानवेंद्र सिंह जसोल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘जिस सभा की अध्यक्षता कैलाश जी मेघवाल ने बड़े हर्ष उल्लास से की, जहां स्वर्गीय भैरों सिंह जी ने 1952 में ही अपना नाम जमाया, जिसे स्वर्गीय मोहन लाल जी सुखाड़िया, कमलाजी बेनीवाल और परस रामजी मदेरणा जैसे दिग्गजों ने उस समय से सुशोभित किया, उसी सदन में गुरुवार जैसी शर्मनाक घटना हो तो इससे स्पष्ट है कि भारत अभी तक विकसित क्यों नहीं हुआ, और देश को विश्व की प्रथम श्रेणी में पहुंचाने के लिए रुकावट कहां से आ रही है।’हरीश चौधरी पर भड़के खाचरियावास
प्रताप सिंह खाचरियावास ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए कहा कि ‘ठाकुर सबकी प्यास बुझाता है, वह सबको प्रेम का पानी पिलाता है। चाहे उसको घर टूटा हो या हवेली छोटी हो। उन्होंने कहा, “दलित, शोषित, पीड़ित और जो सबसे पीछे दर्द में खड़ा होता है। उसके दर्द को मिटाने के लिए ठाकुर निकलता है, गांव के चौक, चौराहे पर खड़ा होकर मरने की ताकत रखता है। वही तो ठाकुर का कुआं है।’ पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘ठाकुर के कुएं ने क्या गुनाह कर दिया? ठाकुर के कुएं ने जो सबसे बड़ा काम किया है वह अपने देश के लिए, धरती के स्वाभिमान के लिए, सच्चाई के लिए और हमेशा आगे बढ़कर गला कटाने का काम किया है।’
यह भी पढ़ें
राजस्थान में बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका, इसी माह से जेब पर 1200 रुपए तक का पड़ेगा अतिरिक्त भार
‘ठाकुर का कुआं ऐसा…’
कांग्रेस नेता खाचरियावास ने कहा कि हम उनको गलत बताना चाह रहे हैं, जो सबके लिए जीता है और सबके लिए मरता है। इतना ही नहीं वह जाति धर्म से ऊपर उठकर अपने गांव और देश के लिए, अपनी मां बहन के सम्मान के लिए लड़ता और मरता है। उन्होंने कहा कि यही तो ठाकुर का कुआं है। भगवान राम, बुद्ध, गुरु रैदास और राज हरिश्चंद्र का जिक्र करते हुए प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि चाहे कांग्रेस हो या बीजेपी यह देश जाति और धर्म के नाम पर नहीं बांटा सकता है। उन्होंने कहा कि ठाकुर का कुआं ऐसा जहां पर जाट, राजपूत, ब्राह्मण, बनिया, एसटी, एससी सब उसको अपना मानते हैं।