काल बनकर आई गाड़ी ने महिला समेत परिवार के 3 लोगों को कुचला, मच गया कोहराम
एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में कहा कि भ्रष्टाचार पर एक्शन की बात करनी चाहिए लेकिन वसुंधरा राजे के साथ-साथ गजेंद्र सिंह शेखावत के संजीवनी घोटाले पर भी पायलट को बोलना चाहिए था। इस मामले पर हाईकमान की नजर है और वे खुद भी इस बारे में डेली रिपोर्ट हाईकमान को भेजते हैं। रंधावा ने पायलट से दूरी के सवाल पर कहा कि राजनीति में कोई न परमानेंट दोस्त और दुश्मन नहीं होता है। हालांकि रंधावा ने दोहराया कि पायलट की यह निजी यात्रा थी।
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कांग्रेस का इससे कोई लेना देना नहीं है। पायलट को अपनी बात पार्टी प्लेटफार्म पर रखनी चाहिए थी। और यदि वहां उनकी बात नहीं सुनी जाती तो हम भी कहते उनकी बात नहीं सुनी गई। रंधावा ने कहा कि कर्नाटक चुनाव की वोटिंग से पहले पायलट ने यात्रा निकालने की घोषणा कर दी जो सही नहीं थी। 15 दिन के अल्टीमेटम के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बारे में मुख्यमंत्री ही कुछ बोल सकते है।