कुछ बातें थी जो मैंने आलाकमान का बताई है— खाद्य मंत्री मीणा के होटल पहुंचने के बाद जब उनसे इस बारे में बात की गई तो उन्होंने साफ तौर पर तो कुछ ज्यादा नहीं कहा, वे बोले कि मेरी कुछ बातें थी साथ ही जनता से जुडी समस्या थी यह बात मैनें आलाकमान तक पहुंचा दी है।
आलाकमान के निर्देश के बाद मानें मीणा — कांग्रेस सूत्रों के अनुसार कांग्रेस आलाकमान ने केसी वेणुगोपाल, प्रभारी अविनाश पांडे और कुछ अन्य एआईसीसी सचिवों को जिम्मेदारी थी कि वे मंत्री रमेश मीणा से बात करें। कांग्रेस पर्यवेक्षक टीएस सिंह देव ने भी पिछले दिनों इस बारे में मीणा से बात की थी तो और आलाकमान की ओर से सख्ती के संदेश भी मीणा को दे दिए गए थे। सिंह देव ने साफ तौर पर कहा था कि मीणा मंत्री है उन्हें अपनी जिम्मदारी समझनी चाहिए। किसी को भी पार्टी से उपर नहीं आना चाहिए।
पायलट ने भी मीणा से की बात— मंत्री रमेश मीणा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के खेमे का माना जाता है। पायलट खुद भी शनिवार को दिल्ली गए थे और उसके बाद सोमवार को दोपहर में जयपुर आकर होटल चले गए थे। सूत्रों के अनुसार पायलट ने मीणा से बात की और उन्हें होटल में आने को कहा इसके बाद मीणा आज वहां आए।
विधायकों के लिए सेमिनार—
इधर आज कैम्प में कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों के लिए आज भी दो घंटे सेमीनार हुई। सेमिनार नेहरू-गांधी मतभेद देश से ऊपर नहीं विषय पर आयोजित की गई। दिल्ली से आए वक्ताओं ने विधायकों को इस बारे में जानकारी दी।
शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम— विधायकों के लिए शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विधायकों ने इसका आनंद लिया और सुबह — शाम को खेलों के जरिए खुद को फिट भी रखा। कल से पोलिंग का प्रशिक्षण— कांग्रेस सहित अन्य निर्दलीय विधायकों को बुधवार से दो दिन तक होटल में ही राज्यसभा चुनाव के लिए वोट देने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कांग्रेस के बड़े नेता विधायकों को पूरी प्रक्रिया की जानकारी देंगे ताकि कोई वोट निरस्त न हो पाए।