वहीं नवंबर माह की शुरूआत में विंड पैटर्न में बदलाव होने व जम्मू कश्मीर में बारिश और ओलावृष्टि होने के संकेत मौसम विभाग ने दिए हैं। ऐसे में नवंबर माह की शुरूआत के साथ ही प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू होना तय माना जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून के आने और जाने से हवाओं के रुख में बदलाव होता है। अब उत्तरी हवाएं चलेगी। जैसे-जैसे इनका प्रवेश होगा, वैसे ही तापमान में गिरावट तेजी से शुरू हो जाएगी। साथ ही सूर्य भी दक्षिण गोलाद्र्ध में चला जाएगा।
राजधानी जयपुर में मौसम में उलटफेर जारी है। दिवाली की रात जहां इस सीजन की सबसे सर्द रात दर्ज हुई, वहीं पटाखों के प्रदूषण से भाई दूज के दिन तापमान में तीन डिग्री तक बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है। मौसम विभाग के अनुसार राजधानी में मंगलवार को अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 19 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि एक दिन पूर्व सोमवार को अधिकतम तापमान 29.3 और न्यूनतम तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। पटाखों के प्रदूषण के कारण मंगलवार को दिनभर में गर्मी रही। आसमां में प्रदूषण का गुब्बार भी नजर आया। मौसम विशेषज्ञों का कहना हैं कि दिवाली के प्रदूषण के चलते तापमान कम-ज्यादा रहा है। अब आगामी समय में गिरावट होगी। नवंबर अंत तक भारी गिरावट होने की आशंका है। जिससे सर्दी बढ़ जाएगी।
बीते चौबीस घंटे में प्रदेश में छाए बादलों ने दिन में सर्द मौसम का अहसास कराया है हालांकि दिन में पारा सामान्य के आस पास दर्ज हो रहा है। वहीं अगले एक दो दिन भी प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना मौसम वैज्ञानिकों ने जताई है। राजधानी जयपुर में बीती रात हवा की रफ्तार थमी रही लेकिन मौसम ठंडा रहा। हालांकि बीते सोमवार से शहर में बादलों की आवाजाही लगातार बनी हुई है और आज सुबह भी शहर में छाए बादलों ने धूप की तपिश को कम कर दिया है। आज सुबह छह बजे शहर का अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। स्थानीय मौसम केंद्र के अनुसार शहर में आज दिन में बादल छाए रहने और दिन का तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।