वहीं, करोड़ों रुपए की चल-अचल सम्पत्तियों के दस्तावेज मिले थे। एसीबी की जांच में यह भी सामने आया कि राजेन्द्र विजय ने अपने चालक चतर के नाम से कई बेनामी सम्पत्ति खरीद रखी है। हालांकि एसीबी कार्रवाई के बाद चतर भाग गया। एसीबी चतर को भी तलाश रही है। आय से अधिक सम्पत्ति के मामले की जांच एएसपी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ कर रहे हैं।
पूरा मामला …
बताते चलें कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में एसीबी ने 2 अक्टूबर को आइएएस राजेंद्र विजय के घर पर छापा मारा था। जयपुर, कोटा और दौसा में सर्च ऑपेरेशन चलाने पर एसीबी को 13 प्लॉट के कागजात मिले थे। इनमें टोंक रोड पॉश कॉलोनी में बना बंगला, सी-स्कीम आशोक मार्ग पर बना कॉमर्शियल लग्जरी कॉम्प्लेक्स और जगतपुरा सहित अन्य पॉश एरिया के कॉमर्शियल प्लॉट शमिल थे।