‘सर्कस’ वाले बयान पर राठौड़ का पलटवार
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने गहलोत सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “सर्कस तब होता है, जब सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल हो जाती है। जनता के लिए अच्छी व्यवस्था नहीं कर पाती और बार-बार पांच सितारा होटलों में जाकर खुद को पुलिस सुरक्षा में घेर लेती है।” राठौड़ ने गहलोत सरकार पर कटाक्ष करते हुए विधानसभा की चर्चाओं को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “जब रेप जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा के दौरान विधायक गर्व से यह कहें कि ‘राजस्थान नंबर वन’ है और इसे मर्दों का प्रदेश बताते हुए हंसी-मजाक करें, तो यह सर्कस है।”
राठौड़ ने गहलोत सरकार की आर्थिक नीतियों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “सर्कस तब होता है जब केंद्र सरकार का चुनाव होते ही, मात्र चार महीने की सत्ता में रहते हुए आर्थिक मजबूती का दावा किया जाता है, लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ भी काम नहीं होता।”
‘जो सर्कस के आदि, वे खुद सर्कस’
राठौड़ ने गहलोत पर तंज कसते हुए कहा, “जो सर्कस की बात कर रहे हैं, शायद वे खुद सर्कस के आदी हो चुके हैं, इसलिए उन्हें हर जगह सर्कस ही दिखाई देता है।” राठौड़ ने गहलोत सरकार पर जनता के मुद्दों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि केवल बयानबाजी से सर्कस नहीं होता, बल्कि जब सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में असफल होती है, तब असली सर्कस होता है।
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर में पिछले दिनों भजन लाल सरकार पर बड़ा हमला करते हुए बयान दिया था। इसमें उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि राजस्थान में सरकार नहीं सर्कस चल रहा है। कोई मंत्री इस्तीफा दे रहा है, अधिकारी और लोग डेंगू से मार रहे हैं, जनता का कोई ख्याल नहीं रखा जा रहा है। उनके इस बयान के बाद से ही बवाल मचा हुआ है।