कोरोना की खबरों के बीच खेल मैदान से हिन्दुस्तान को ‘गुड़ न्यूज़’ मिली है। पोलैंड में खेली जा रही विश्व मुक्केबाज़ी चैम्पियनशिप में राजस्थान की महिला मुक्केबाज़ अरुंधति चौधरी सहित कुल सात महिला मुक्केबाज़ों ने स्वर्ण पदक की झड़ी लगा दी। मूल रूप से कोटा की रहने वाली अरुंधति ने 64-69 किलोग्राम कैटेगरी में स्वर्ण जीतकर ना सिर्फ राजस्थान का बल्कि पूरे हिंदुस्तान का गौरव बढ़ाया है।
राजस्थान की अरुंधति का खिताबी मुकाबला पोलैंड की बारबरा था, जिसपर उन्होंने शुरू से ही मजबूत पकड़ बनाते हुए प्रतिद्वंदी को चारों खाने चित्त कर दिया। कोटा की इस बेटी ने इस मुकाबले में एकतरफा 5-0 से जीत हासिल कर स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाला। इससे पहले उन्होंने उक्रेन की खिलाडी को मात देकर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई थी।
इधर महिला मुक्केबाज़ अरुंधति की इस शानदार जीत पर कोटा से सांसद और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें बधाई दी है। बिरला ने अपने सन्देश में कहा, ”पोलैंड में आयोजित विश्व युवा मुक्केबाजी प्रतियोगिता में कोटा की अरुंधति चौधरी सहित भारत की सात बेटियों ने स्वर्ण पदक जीत कर देश का गौरव बढ़ाया है। सभी महिला मुक्केबाज़ों को इस ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई व भविष्य के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ।”
विश्व मुक्केबाज़ी में भारत का श्रेष्ठ प्रदर्शन
पोलैंड के किल्से में चल रही प्रतियोगिता में भारतीय मुक्केबाजों ने एआईबीए यूथ पुरुष और महिला विश्व मुक्केबाजी में सोने की झड़ी लगा दी है। भारत की सात महिला मुक्केबाज फाइनल में उतरीं और सभी ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। यह भारत का अब तक का श्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले 2017 गुवाहाटी में भारत ने पांच स्वर्ण पदक जीते थे।
स्वर्ण जीतने वाले ये रहे ‘सात सितारे’
बेबीरोजीसाना चानू (51 किग्रा भारवर्ग), गीतिका (48 किग्रा), पूनम (57 किग्रा), विंका (60 किग्रा), अरुंधति चौधरी (69 किग्रा), थोकचोम सनामाचा चानू (75 किग्रा) और अल्फिया पठान (81 किग्रा) भी स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहीं।