सीएम गहलोत का ‘तूफानी दौरा’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इन दिनों महंगाई राहत कैंपों का जायज़ा लेने के बहाने पूरे प्रदेश भर की सियासी नब्ज़ टटोल रहे हैं। हर दिन अलग-अलग ज़िलों में जाकर मुख्यमंत्री ज़्यादा से ज़्यादा लोगों के बीच जा तो रहे ही हैं, साथ ही उन ज़िलों में कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी रिचार्च कर रहे हैं।
एक दिन में तीन ज़िले करेंगे कवर
मुख्यमंत्री गहलोत अब एक बार फिर वागड़ क्षेत्र की ओर रुख करने वाले हैं। रविवार के लिए जारी हुए कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री कल चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा ज़िलों के दौरे पर रहेंगे। इन तीनों ही ज़िलों में वे महंगाई राहत कैंप और प्रशासन गांव-शहर संग अभियान के शिविरों का जायजा लेंगे और जनता से संवाद करेंगे। इस दौरान वे कई विकास कार्यों का शिलान्यास-लोकार्पण करके स्थानीय जनता को कई सौगातें भी देंगे।
त्रिपुरा सुंदरी के करेंगे दर्शन
सीएम गहलोत अपने बांसवाड़ा दौरे के दौरान देव दर्शन भी करेंगे। यहां उनका त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। शाम को दर्शन के बाद मुख्यमंत्री का रात्रि विश्राम भी त्रिपुरा सुंदरी ही रहेगा।
…इधर सचिन पायलट रहेंगे दौसा
राजस्थान की सियासत में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के भविष्य को लेकर चर्चाओं का बाज़ार एक बार फिर गरम है। पायलट अपने राजनीतिक करियर में नई पार्टी गठन का कोई बड़ा कदम उठाते हैं या नहीं, इसपर सस्पेंस कल रविवार को ख़त्म हो जाएगा। दरअसल, पायलट के पिता व पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राजेश पायलट की पुण्यतिथि के अवसर पर दौसा के गुर्जर छात्रावास परिसर में एक कार्यक्रम रखा गया है।
स्व. पायलट की प्रतिमा अनावरण और नए भवन के शिलान्यास के मौके पर पायलट भी शिरकत करेंगे। पिछले कुछ दिनों से इसी महत्वपूर्ण दिन में सचिन पायलट की ओर से कोई बड़ी घोषणा को लेकर चर्चाएं और अटकलें जारी हैं। ऐसे में दौसा का कार्यक्रम संपन्न होने के साथ ही पायलट को लेकर कयास, अटलबाज़ी और सस्पेंस पर ब्रेक लग जाएगा।
पायलट की चुप्पी, कोई रिएक्शन नहीं
हैरानी की बात ये है कि तमाम तरह की गरमाई चर्चाओं और अटकलों के बीच सचिन पायलट ने चुप्पी साध रखी है। कांग्रेस छोड़ नई पार्टी की घोषणा करने को लेकर जारी ताज़ा बहस पर उनका कोई नया बयान सामने नहीं आया है। यही कारण है कि उनके राजनीतिक भविष्य को चर्चाएं जारी हैं। हालांकि पायलट पहले कई दफा ये साफ़ कर चुके हैं कि वे कांग्रेस पार्टी नहीं छोड़ेंगे।