दरअसल प्रताप नगर के बुद्धसिंह पुरा निवासी बेटी की शादी कोटा के एक परिवार से तय हुई। बताया गया कि लड़का कोटा में बड़ा व्यवसाय करता है और जयपुर में भी इवेंट का काम करता है। लेकिन कोरोना के कारण युवती के पिता ने सगाई और शादी दोनो ही करने से इंकार कर दिया। लेकिन वर पक्ष के दबाव के चलते सितंबर 2020 में सगाई करनी पडी। सगाई के बाद जल्द से जल्द शादी करने का दबाव वर पक्ष बनाने लगा लेकिन बेटी के पिता ने कहा कि समाज के इज्जदार व्यक्ति हैं और बड़ा आयोजन करना चाहते हैं। इसके लिए सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही इंतजार कर बड़ा आयोजन बेटी की शादी में करेंगे। इस पर वर पक्ष लगातार उन पर किसी न किसी बात पर रुपए भेजने के लिए दबाव बनाने लगा। इधर लगातार बढ़ती मांगों के चलते फैशन डिजाइनर बेटी और उसके पिता दोनो परेशान होने लगे। इस दौरान इसी साल शुरुआती महीनों में शादी के लिए ज्यादा दबाव बनाए जाने लगा तो पिता ने कहा कि जल्द शादी कर देंगे। लेकिन वर पक्ष ने शादी से पहले ही 65 लाख रुपए ये कहते हुए मांग लिए कि वे बेटे को व्यापार खुलाना चाहते हैं। जब वधु पक्ष ने रुपए देने से इंकार किया तो उनको परेशान किया जाने लगा। आखिर पीडित बेटी पिता के लगातार गिरते स्सास्थ्य और दहेज लोभियों की मांग से परेशान होकर शादी तोड़ते हुए थाने पहुंची। पुलिस ने आईपीसी के सेक्शन 384, 385, 389, 406, 420, 500, 511 और 120बी में कोटा निवासी परिवार अभिमन्युए विजयए अनिरूद्ध समेत अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।