गिरफ्तार थानेदार प्रियंका बिश्नोई व मामले में पाली के बगड़ी थाना एसएचओ गोपाल सारण भी बंद था। जेल में तीनों का गठजोड़ बन गया। जेल से बाहर आने पर भागीरथ ने बच्चों के लिए ओमप्रकाश के जरिए गोपाल से 20 लाख रुपए में सब इंस्पेक्टर का पेपर खरीदा था। उसके भाई दिनेश बिश्नोई को रविवार को न्यायालय में पेश किया। जहां एसओजी ने उन्हें 11 अक्टूबर तक रिमांड पर लिया है। एसओजी उनके पिता मादक पदार्थ तस्करी में गिरफ्तार हो चुके भागीरथ बिश्नोई को तलाश रही है।
एडीजी वी. के. सिंह ने बताया कि आरोपी दिनेश ने 13 सितम्बर 2021 को वैशाली नगर स्थित आदर्श विद्या मंदिर गर्ल्स सीनियर स्कूल में परीक्षा दी और प्रियंका ने 14 सितम्बर 2021 को सीकर रोड स्थित बड पीपली बस स्टैंड स्थित मेरीगोल्ड पब्लिक स्कूल में परीक्षा दी थी। दिनेश ने पेपर लीक के सरगना भूपेन्द्र सारण से 14 सितम्बर को पेपर लिया और बहन को उपलब्ध करवाया। इसी मामले में भाई को गिरफ्तार किया। दिनेश ने भी खुद के लिए परीक्षा से पहले पेपर लिया था या नहीं, इसकी जांच की जा रही है।
भाई की 99 रैंक तो बहन की 132
सब इंस्पेक्टर परीक्षा में दिनेश की 99 रैंक बनी थी और 450 में से 346 नंबर आए थे। वहीं उसकी बहन प्रियंका की 132वीं रैंक बनी थी। प्रियंका के 450 में से 342 नंबर आए थे। पिता का जोधपुर जेल में बना गठजोड़
एसओजी ने बताया कि जोधपुर जेल में मादक पदार्थ तस्करी में जालोर के बागरा स्थित देवदा निवासी प्रियंका व दिनेश के पिता भागीरथ बिश्नोई मादक पदार्थ तस्करी में जोधपुर जेल में बंद रहने के दौरान अन्य तस्कर ओमप्रकाश फौजी से मुलाकात हुई। जेल में क्रूड ऑयल चोरी के मामले में पाली के बगड़ी थाना एसएचओ गोपाल सारण भी बंद था। जेल में तीनों का गठजोड़ बन गया।
जेल से बाहर आने पर भागीरथ ने बच्चों के लिए ओमप्रकाश के जरिए गोपाल से 20 लाख रुपए में सब इंस्पेक्टर का पेपर खरीदा था। वांटेड भागीरथ के खिलाफ मादक पदार्थ तस्करी के तीन प्रकरण दर्ज हैं और एक प्रकरण वन्य अधिनियम के तहत दर्ज है। एसओजी ओमप्रकाश फौजी व गोपाल सारण को पेपर लीक मामले में पहले गिरफ्तार कर चुकी।