विश्वस्त सूत्रों की मानें तो दूदू सबसे छोटा जिला है,
प्रेमचंद बैरवा यहां से क्षेत्रीय विधायक व सरकार में उपमुख्यमंत्री है। इसके अलावा कैबिनेट सब कमेटी के अध्यक्ष भी थे। सियासी हलकों में चर्चा है कि दूदू को अगर खत्म किया गया या और कुछ और बदलाव किए गए तो उनके लिए असहज स्थिति हो सकती है, जनता की नाराजगी भी झेलनी पड़ सकती। माना जा रहा है कि उसी को ध्यान में रखते हुए प्रेमचंद बैरवा को समिति से दूर रखा गया है।
अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे
वहीं शिक्षा और पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर वो संयोजन में बुधवार को ही सचिवालय में हुई बैठक में रिटायर्ड आईएएस ललित के. पंवार की रिपोर्ट पर नए सिरे से चर्चा शुरू हुई। बैठक में मंत्री सुरेश सिंह रावत, हेमंत मीना और कन्हैयालाल मौजूद रहे। बैठक के बाद मंत्री मीना ने कहा कि
राजस्थान के नए जिलों को लेकर तैयार कमेटी में पंवार समिति की रिपोर्ट पर नई सिरे से चर्चा शुरू हुई है। अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं।
पंवार कमेटी ने इन बिंदुओं पर दी रिपोर्ट
पंवार कमेटी ने जनसंख्या, क्षेत्रफल सहित कई बिंदुओं पर विस्तार से रिपोर्ट दी है, अभी कुछ बिंदुओं पर और रिपोर्ट मांगी गई है उस पर अगली बैठक में चर्चा करेंगे। कमेटी के पास बहुत सारे आवेदन आए हैं, जिनमें क्षेत्रफल का भी जिक्र है।