राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव ने बताया कि अलवर की बहरोड तथा खैरथल नगरपालिका, भरतपुर की वैर, भीलवाड़ा की जहाजपुर, बूंदी की इन्द्रगढ़ चूरू की सूजानगढ़ नगरपरिषद तथा छापर नगरपालिका, धौलपुर की बाडी, हनुमानगढ की रावतसर एवं नोहर, जयपुर की शाहपुरा, करौली की हिन्डौन एवं टोडाभीम, सिरोही की आबूरोड़ तथा श्रीगंगानगर की गजसिंहपुर नगरपालिकाओं में रिक्त वार्डों के उपचुनाव के लिए मतदान होगा।
उन्होंने बताया कि 27 से 30 मई तक सार्वजनिक अवकाश के अतिरिक्त 10:30 बजे से 3 बजे तक नाम निर्देशन पत्र अभिप्राप्त किए जाएंगे। नामनिर्देशन पत्रों की संवीक्षा 31 मई को की जाएगी। अभ्यर्थिता वापस लेने की अंतिम तारीख तीन जून है।
मालूम हाे कि लोकसभा चुनाव 2019 कई मायनों में कांग्रेस को झटका देकर गया है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जो प्रमुख पांच-सात सीटों पर बड़े अंतर की जीत हुई थी, वह इस लोकसभा चुनाव में नहीं मिल सकी। कांग्रेस ने 100 सीटों में से पांच-सात सीटें 38 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से जीती थीं, लेकिन कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल सुजानगढ़ से 38 हजार से अधिक मतों से जीते थे, लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा हैं। यहां से भाजपा प्रत्याशी को 42 हजार से ज्यादा की जीत मिली। मात्र पांच माह में ही कांग्रेस की जीत का अंतर कम हो गया और भाजपा को बड़ी जीत मिल गई।
इसी तरह टोंक लोकसभा की निवाई विधानसभा में भी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। यहां कांग्रेस प्रत्याशी को विधानसभा चुनाव में 43 हजार से ज्यादा की जीत मिली थी और लोकसभा चुनाव में यह जीत हार में ही नहीं बदली, बल्कि भाजपा को यहां कांग्रेस प्रत्याशी के मुकाबले 40 हजार से ज्यादा वोट मिले हैं।
इसी तरह टोंक, सरदारपुरा, लोहावट, झुंझुनूं समेत अन्य कई विधानसभा सीटों पर जहां कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में भारी जीत मिली थी। लोकसभा चुनाव में भाजपा को भारी बढ़त मिली है। विधानसभा चुनाव में कई दिग्गज 50 हजार तक वोटों से जीते, लेकिन लोकसभा चुनाव में उस विधानसभा से जीत नहीं मिली ।