बच्चे का इलाज कर रहे डॉक्टर रामलाल जाट ने बताया कि शिशु वार्ड में एक महिला विमलेश अपने बेटे का इलाज करा रही थी। इसी दौरान रात के वक्त दूसरी महिला 6 माह के मासूम को लेकर बेटे का इलाज कर रही महिला विमलेश के पास पहुंची। उसने अपने 6 माह के बच्चे को महिला विमलेश को देखभाल के लिए देते हुए बच्चे के लिए गर्म पानी लाने की बात कही। इस पर महिला विमलेश ने उसकी मां के लौटने तक बच्चे को अपनी गोद में ले लिया। एक घंटा बीत जाने के बाद भी जब महिला अपने बच्चे को लेने के लिए नहीं लौटी। फिर विमलेश ने अस्पताल प्रबंधन को घटना की सूचना दी। इसकी सूचना कोतवाली पुलिस के साथ बाल कल्याण समिति और चाइल्ड हेल्पलाइन को दी गई। बाद में पुलिस घटनास्थल पर पहुंची।
वहीं मामले की जानकारी मिलने पर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मधु शर्मा देर रात को अस्पताल पहुंची। यहां उन्होंने डॉक्टर रामलाल जाट से बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। डॉक्टर ने बताया कि बच्चे को प्राथमिक तौर पर दौरे आ रहे हैं, जो असामान्य तरह से महसूस कर रहा है। बच्चे की हालत गंभीर होने पर उसे ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष मधु शर्मा ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर बच्चे की देखभाल के लिए एक आया को नियुक्त किया है। बच्चे के सामान्य होने पर उसे शिशु गृह में शिफ्ट किया जाएगा। वहीं पुलिस महिला की तलाश कर रही है।