70 से 80 प्रतिशत ने नहीं ली टीसी, संचालक बोले- बकाया जैसा मामला भी नहीं घाटगेट स्थित मदरसा इकरा तालीमुल कुरआन के अध्यक्ष रफीक गारनेट ने बताया कि उनके मदरसे में 79 विद्यार्थी प्रमोट हुए हैं। इनमें चेताने बावजूद केवल 23 बच्चों ने ही अब तक टीसी ली है। गारनेट ने बताया कि समाज की ओर से चलने वाले मदरसों में फीस भी काफी कम है, ऐसे में अभिभावकों के सामने बकाया होने जैसा मसला भी नहीं है। वहीं बाबू का टीबा स्थित मदरसा अनवारुल इस्लाम के हैड मास्टर अशरफ अली ने बताया कि इस साल 8वीं में 26 बच्चे प्रमोट हुए हैं, जिनमें 16 लड़कियां हैं। लेकिन अब तक केवल 5 बच्चों ने टीसी ली है और पढ़ाई जारी रखने के इच्छुक दिख रहे हैं। रामगंज के मदरसा गुलजार मस्जिद के सचिव उमरदीन ने बताया कि 8वीं में 23 बच्चे प्रमोट हुए हैं, ज बकि केवल 6 ने ही टीसी ली है, कोरोना के बाद से बच्चों में पढ़ाई की दिलचस्पी काफी कम हुई। है।
जनरल सैकेट्री, ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल ड्राप आउट रोकने का प्रयास कर रहे हैं… इस समस्या से निजात के लिए हम ओपन स्कूल से एक टाइअप कर रहे हैं, जिसके बाद मामुली शुल्क पर मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे 8वीं के बाद भी पढ़ाई जारी रख सकेंगे। कई मदरसा संचालक सैकेंडरी तक की मान्यता देने की मांग भी कर रहे हैं।
निदेशक, अल्पसंख्यक विभाग ( प्रतीकात्मक तस्वीर )