कम उम्र में ही सुनने की क्षमता हो रही कम
ध्वनि प्रदूषण से कम उम्र के लोगों को भी कम सुनाई देने की समस्या हो रही है। पहले यह समस्या बुजुर्गो में देखने को मिलती थी, लेकिन प्रेशर हॉर्न और लगातार ध्वनि प्रदूषण से 30 वर्ष के लोग भी कम सुनाई देने की शिकायत लेकर चिकित्सक के पास पहुंच रहे हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार अगर कोई व्यक्ति सप्ताह में पांच दिन 80 डेसीबल से अधिक की आवाज सुन ले तो उसकी सुनने की क्षमता जा सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार प्रेशर हॉर्न 80 डेसीबल से अधिक आवाज करते हैं।Weather Update : 25-26-27-28-29 अक्टूबर को मौसम कैसा रहेगा, जानें
केस-1 : तेज हार्न सुनकर हो जाते हैं कन्फ़्यूज़
रामगंज निवासी 34 वर्षीय मोहमद शादाब चांदपोल में एक दुकान पर काम करते हैं। उन्होंने बताया कि यहां दिन भर वाहनों के तेज हॉर्न की आवाज आती रहती है, जिससे लगातार सिर दर्द बना रहता है। बाइक वाले लगातार तेज हॉर्न बजाते हुए चलते हैं। आवाज इतनी तेज होती है कि कान के पर्दे में सनसनाहट शुरू हो जाती है। कई बार तो वाहन चलाते समय तेज हार्न सुनकर कन्फ़्यूज़ हो जाते हैं।केस-2 : प्रेशर हॉर्न से हो जाता है कान सुन्न
गणगौरी बाजार निवासी 40 वर्षीय टीकाराम मीणा ने बताया कि रोज ऑफिस ई-रिक्शा से जाते हैं। रास्ते में कई बार प्रेशर हॉर्न वाले वाहन गुजरते हैं। कई बार नजदीक ही प्रेशर हॉर्न की आवाज से कान सुन्न हो जाता है। अब कान में सीटी की आवाज आती है, जिसका इलाज चल रहा है।क्या कहते हैं नियम
मोटर व्हीकल एक्ट नियम 39/192 के अनुसार कार,बाइक या अन्य किसी भी तरह के वाहन में यदि प्रेशर हॉर्न का इस्तेमाल किया जाता है तो यह ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन की श्रेणी में आता है। प्रेशर हॉर्न बजाने पर 10 हजार रुपए का चालान का प्रावधान है। इसके अलावा अस्पताल, शैक्षणिक संस्थाएं न्यायालय क्षेत्रों में हॉर्न बजाता है, तो 194 एफ के अनुसार 2 हजार रूपए का चालान का प्रावधान है।Good News : सहकारी बैंकों के लिए एकमुश्त समाधान योजना-2024 लागू, जानें किसे मिलेगा इसका लाभ
सुनने की क्षमता कम और टिनिटस की समस्या बढ़ी
सुनने की क्षमता कम होने के साथ साथ टिनिटस की समस्या बढ़ने लगी है। अगर कोई व्यक्ति 80 डेसीबल से अधिक तीव्रता की ध्वनि के बीच 8 से 10 घंटे बिताता है तो उसे चिड़चिड़ेपन, अवसाद, एंग्जाइटी, रक्तचाप, अनिद्रा और हार्ट अटैक का खतरा अधिक बढ़ जाता है। प्रेशर हॉर्न से कान के पर्दे पर अचानक दबाव पड़ता है। इससे कान के पर्दे के पीछे की तीन छोटी-छोटी हड्डियां पर प्रभाव पड़ता है।-डॉ पवन सिंघल, एचओडी, ईएनटी विभाग
प्रेशर हॉर्न बजाने पर कार्रवाई
सड़क पर अगर कोई व्यक्ति प्रेशर हॉर्न बजाता है तो उस पर कार्रवाई की जाती है। हाल ही प्रेशर हॉर्न की 20 से ज्यादा कार्रवाई की गई है।– सागर डीसीपी (ट्रैफिक)