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माइंस और पेट्रोलियम क्षेत्र से 4889 करोड़ का राजस्व
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस एवं पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि हाल ही समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में माइंस क्षेत्र 7211 करोड़ और पेट्रोलियम क्षेत्र से 4889 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व एकत्रित कर समग्र रुप से माइंस एवं पेट्रोलियम क्षेत्र से 12,100 करोड़ रुपए से भी अधिक का राजस्व संग्रहित कर रेवेन्यू प्राप्त करने का नया इतिहास बनाया गया है। ग्रेनाइट के क्षेत्र में तो 2019-20 के 113 करोड़ 73 लाख के राजस्व की तुलना में 2022-23 में 226 करोड़ 6 लाख रुपए का रेवेन्यू संग्रहित कर ग्रोथ लगभग दोगुणी हो गई है। वहीं, पांचों माइनर मिनरल्स में ही गत वित्तीय वर्ष की तुलना में इस साल राजस्व प्राप्ति में उल्लेखनीय ग्रोथ रही है।
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वैध खनन के विरुद्ध सख्ती के निर्देश
विभाग मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वैध खनन को बढ़ावा और अवैध खनन के विरुद्ध सख्ती के निर्देश और खान मंत्री प्रमोद जैन भाया के निर्देशन में सभी क्षेत्रों में नए आयाम स्थापित कर रहा है। मैसेनेरी स्टोन, मार्बल, ग्रेनाइट, सेंड स्टोन और लाइमस्टोन बर्निंग माइनर मिनरल्स से 2019-20 में 919 करोड़ 41 लाख रुपए राजस्व प्राप्त हुआ। इसके बाद 2020-21 में कोविड के कारण राजस्व में कमी होते हुए 846 करोड़ 98 लाख रुपए रह गए। कोविड अवधि से ही विभाग ने माइंस गतिविधियों को पटरी पर लाने के योजनावद्ध प्रयास किए और वर्ष 2021-22 में इन पांच माइनर मिनरल्स में ही राजस्व बढ़कर 1127 करोड़ 06 लाख रुपए हो गया।