अशोक गहलोत ने पत्र को बताया हास्यास्पद
दरअसल, पूर्व
सीएम अशोक गहलोत ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि, “चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी का नेता विपक्ष राहुल गांधी के बारे में लोकसभा स्पीकर को लिखा गया पत्र ना सिर्फ हास्यास्पद है बल्कि शरारतपूर्ण है। राहुल गांधी ने अमेरिका में सिख समाज एवं दलित वर्ग के बारे में जो कहा उसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।”
उन्होंने कहा कि
राहुल गांधी ने जो कहा उसे देशवासियों ने सुना है और उसमें कुछ भी ऐसा नहीं था जैसा भाजपा पेश करने की कोशिश कर रही है। भाजपा केवल राहुल गांधी को बदनाम करने का असफल प्रयास कर रही है। राहुल गांधी भारत देश के युवा, किसान, मजदूर, दलित, अल्पसंख्यक समेत हर वर्ग की आवाज हैं और उनकी भावनाओं को दुनिया के सामने रखना उनका कर्तव्य है।
CP जोशी ने ओम बिरला को लिखा पत्र, की ये मांग
गौरतलब है कि भाजपा सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर राहुल गांधी का पासपोर्ट निरस्त करने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने इस कार्यवाही के लिए तीन कारण भी बताए। जोशी ने बिरला को लिखे पत्र में कहा है कि राहुल गांधी जैसे किसी व्यक्ति का नेता विपक्ष के पद पर रहना देश की सुरक्षा को खतरा है। उनकी गतिविधियों को देख कर लगता है कि वे देश विरोधी ताकतों के हाथों में खेल रहे हैं।
सीपी जोशी ने कहा कि विदेश की धरती पर राहुल गांधी की ओर से दिए गए बयान किसी भी रूप में एक जिम्मेदार भारतीय नागरिक का नहीं हो सकता। राहुल गांधी के बयान राजनीतिक नहीं, विशुद्ध तौर पर देश-विरोधी गतिविधियों के दायरे में आते हैं। उनका पासपोर्ट निरस्त किया जाना चाहिए, जिससे वे भविष्य में विदेश में जाकर भारत विरोधी मुहिम का हिस्सा न बन सकें।
पूछा सवाल- इस बयान के पीछे क्या मंशा है?
आगे इस पत्र में सीपी जोशी ने सवाल उठाया कि बतौर नेता विपक्ष राहुल अपने देश के उद्योगपतियों के नाम लेकर उनके खिलाफ मुहिम चला रहे हैं। क्या पूरी दुनिया में कोई एक भी ऐसी मिसाल है, जब कोई पक्ष या विपक्ष का नेता दूसरे देश में जाकर अपने देश के उद्योगपतियों के खिलाफ बयानबाजी करता दिखा, आखिर राहुल गांधी के इस बयान के पीछे क्या मंशा है? दरअसल, राहुल गांधी बीते दिनों अमेरिका व अन्य देशों की यात्रा पर गए थे। यहां भारत को लेकर उन्होंने कई बयान दिए थे जिसपर देशभर में बवाल मचा हुआ है। इसके बाद भाजपा ने राहुल गांधी पर विदेश में भारत को बदनाम करने का आरोप भी लगाया था।