बारिश से पैदावार प्रभावित, आएगी तेजी
इस बार बारिश अच्छी होने से बाजरे की पैदावार प्रभावित हुई है। बाजरे की फसल खेतों में ही खराब हो रही है। वहीं सितंबर तक बाजार में आने वाली मक्का इस बार अभी तक नहीं आई है। ऐसे में इनके दामों में और तेजी आने की चर्चा है। यह भी पढ़ें – Rajasthan News : वर्ष 2005 के बाद पहली बार जयपुर के रामगढ़ बांध में आया इतना पानी, जानें भरेगा या नहीं यूं आया उछाल
अनाज – दो साल पहले भाव – वर्तमान में (भाव प्रति किलो)बाजरा – 19 से 20 रुपए
– 28 से 29 रुपए।
मक्का – 19 से 20 रुपए
– 30 रुपए।
ज्वार – 20 से 22 रुपए
– 28 से 29 रुपए।
इस कारण बढ़े भाव (व्यापारियों के अनुसार)
- दिनोंदिन मोटे अनाज की डिमांड बढ़ने से मक्का-बाजरा की खपत बढ़ी।
- हर साल बढ़ रहे समर्थन मूल्य ने भी बढ़ाए भाव।
- बाजरे की पैदावार इस बार 42 से 45 लाख टन होने की उम्मीद थी, लेकिन बारिश के चलते यह आंकलन घटकर 30 लाख टन ही रह गया है।
- मक्का की पैदावार इस बार देरी से होने से भावों में तेजी आई।
- ज्वार में भी मक्का व बाजरा के साथ तेजी आ जाती है।
मोटे अनाज की खपत बढ़ी – राजस्थान कृषि उपज मंडी जयपुर सचिव
राजस्थान कृषि उपज मंडी
जयपुर सचिव भगवान सहाय ने बताया कि सरकारी योजनाओं और लोगों के उपयोग करने से मोटे अनाज की खपत बढ़ गई। व्यापारियों के पास स्टॉक में माल नहीं है। मक्का का नया माल अभी आ नहीं रहा है।
बाजरे के भाव बढ़ गए जानें क्यों – राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ चेयरमैन
राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ चेयरमैन बाबूलाल गुप्ता ने कहा बाजरा व मक्का की खपत 15 फीसदी बढ़ गई है, जबकि बाजरे की पैदावार इस बार 12 से 15 लाख टन कम होने का आंकलन है, ऐसे में बाजरे के भाव बढ़ गए हैं। मक्का की पैदावार अच्छी होने की उम्मीद है। इनके साथ ज्वार में भी तेजी आ गई है।
भाव और अधिक बढ़ जाएंगे – व्यापारी
मुहाना मंडी व्यापारी के.जी. झालानी ने कहा मोटे अनाज की मांग ने इनके दाम बढ़ा दिए हैं। अगर इस बार उत्पादन कम हुआ तो ये भाव और अधिक बढ़ जाएंगे, जबकि आज से 5 साल पहले आधे ही भाव थे।