एक्शन में हैं डिस्कॉम्स सीएमडी
सभी जिम्मेदारों ने जवाब देने से बचने के लिए जांच रिपोर्ट से लेकर दूसरे दस्तावेज देखने के लिए लिखा था, जिस पर प्रशासन ने अनुमति दे दी। इसकी भी मियाद पूरी हो गई, लेकिन जवाब नहीं आया। इसके बाद नोटिस जारी करना पड़ा। डिस्कॉम्स सीएमडी आरती डोगरा की सक्रियता के बाद मामला एक्शन की तरफ बढ़ा है।Good News: लो आ गई बड़ी खुशखबरी, राजस्थान में बढ़ेगा ईआरसीपी का दायरा
ACB को नहीं सौंपी गई रिपोर्ट
गौरतलब है कि विद्युत सब स्टेशन निर्माण के लिए फर्म आर.सी. एंटरप्राइजेज को 246 प्रतिशत अधिक दर पर काम सौंपने की स्वीकृति दे दी थी। एसीबी ने दर्ज परिवाद के आधार पर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक से जनवरी में तथ्यामक रिपोर्ट मांगी थी। इसके बाद कमेटी गठन कर जांच शुरू हुई। रिपोर्ट साढ़े तीन माह पहले सौंपी जा चुकी है, लेकिन कुछ अफसर दबाए बैठे रहे। रिपोर्ट एसीबी को नहीं सौंपी गई। तर्क दे रहे हैं कि, उच्च स्तर पर निर्णय होगा। अब उच्च स्तर पर कौन है, यह नहीं बता रहे।राजस्थान रोडवेज का बड़ा एक्शन, ब्यावर आगार के मुख्य प्रबंधक को नोटिस इश्यू
इन पर एक्शन…
आर.एन. कुमावत, पूर्व एमडी।के.पी. वर्मा, पूर्व तकनीकी निदेशक (अभी अजमेर डिस्कॉम के एमडी)।
आर.के. मीणा, मुख्य अभियंता।
अनिल गुप्ता, मुख्य अभियंता।
एस.एम. माथुर, वित्त निदेशक।