मंत्रालय के लिए जोड़-तोड़ में जुटे मंत्री
किस मंत्री को कौनसा विभाग दिया जाएगा, यह अभी किसी को नहीं पता। माना जा रहा है कि किस मंत्री कौ कौनसा मंत्रालय दिया जाए, इसकी सूची भी दिल्ली से बनकर आएगी। फिलहाल गृह, वित्त, राजस्व, स्वास्थ्य, उद्योग, परिवहन सहित अन्य अहम मंत्रालयों के लिए मंत्रियों ने अभी से जोड़-तोड़ शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो पसंदीदा मंत्रालय पाने के लिए मंत्रियों ने दिल्ली तक लॉबिंग शुरू कर दी है। हालांकि, सबकी नजरें इस बात पर है कि सबसे अहम पद गृह मंत्रालय किसे मिलेगा।
अनुभव के आधार पर मिले विभाग
भजनलाल शर्मा कैबिनेट में वरिष्ठ मंत्री गजेंद्र खींवसर ने सोमवार को कार्यभार संभाल लिया। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि विभागों का बंटवारा अनुभव के आधार पर किया जाना चाहिए। वसुंधरा राजे सरकार में भी मंत्री रह चुके खींवसर के पास ऊर्जा जैसा अहम मंत्रालय था। जब उनसे पूछा गया कि वह कौनसा मंत्रालय लेना पसंद करेंगे, इसपर उन्होंने कहा कि इसे लेकर मैं कुछ नहीं बोल सकता। यह फैसला मुख्यमंत्री का होता है कि वह कौनसा विभाग किसे सौंपे।
ये मंत्री हैं गृह मंत्रालय के प्रबल दावेदार
सबसे ज्यादा चर्चा इस बात की है कि राजस्थान का गृह मंत्री कौन बनेगा। पिछल कांग्रेस सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वित्त और गृह जैसे अहम मंत्रालयों को अपने पास रखा था। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा गृह मंत्रालय अपने पास रख सकते हैं। पिछली वसुंधरा राजे सरकार में गृह मंत्रालय गुलाब चंद कटारिया के पास था, लेकिन वित्त मंत्रालय राजे ने अपने पास ही रखा था। यह भी संभावना है कि सीएम शर्मा वित्त विभाग अपने पास रखकर गृह विभाग किसी कैबिनेट मंत्री को सौंप दे। वहीं, पूरे पांच साल तक गृह विभाग अपने पास रखने के चलते भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गहलोत पर हमलावर रही थी। प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था के चलते भाजपा का मानना था कि गहलोत को यह अहम जिम्मेदारी किसी कैबिनेट मिनिस्टर को सौंप देनी चाहिए।
-किरोड़ी लाल मीणा
सीएम शर्मा के बाद गृह विभाग का जिम्मा संभालने के लिए कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा भी प्रबल दावेदारों में से एक हैं। हालांकि, पिछली कांग्रेस सरकार के खिलाफ कई बार धरना-प्रदर्शन में शामिल रहे थे। इसके चलते उनके खिलाफ कई केस दर्ज किए गए थे। सूत्रों की मानें तो यह मामले उनके गृह मंत्री बनने के खिलाफ जा सकते हैं।
-दीया कुमार
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने वाली दीया कुमारी गृह मंत्री बनने की प्रबदल दावेदारों में से एक हैं। विशेषज्ञों की मानें तो उनकी साफ सुथरी छवि उनके पक्ष में जा सकती है। साथ ही वह संयमित बयानबाजी करती हैं, जो उनके लिए एक प्लस पॉइंट साबित हो सकता है। महिला होने का भी फायदा मिल सकता है।
-राज्यवर्धन राठौड़ भी रेस में हैं
जयपुर की झोटवाड़ा विधानसभा से निर्वाचित और पहली बार राजस्थान सरकार में मंत्री बने राज्यवर्धन राठौड़ भी इस अहम विभाग को संभालने के प्रबल दावेदारों में से एक हैं। उनकी भी साफ सुथरी छवी है। इसके अलावा वह सेना से कर्नल पद से रिटायर हुए हैं, जो उनके पक्ष में जा सकता है। चुनावों के दौरान प्रचार करते वक्त उन्होंने माफियाओं के खिलाफ भी खूब बयान दिए थे। उस दौरान उनका ऐसा ही एक बयान का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह गुंडों और माफियाओं को चेतावनी देते हुए दिखाई दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में उन्हें कहते हुए सुना जा सकता है कि वह गुंडों और माफियाओं को नाश्ते में खाते हैं। उन्होंने माफियाओं को चेतावनी देते हुए आगे कहा था कि जो भी माफिया हैं वह कान खोलकर सुन लें, रोक सकते हो तो रोक लो, नहीं तो सभी को नाश्ते में खाऊंगा। इनको ढूंढ-ढूंढकर निकालूंगा। कानून के माध्यम से इन्हें खत्म कर दूंगा। हिम्मत है तो मुझे रोककर दिखाओ।