भाजपा: टिकट वितरण से लेकर प्रचार तक में नहीं पहुंचीं
भाजपा की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे टिकट वितरण से लेकर प्रचार तक दूरी बनाए हुए हैं। उन्होंने उपचुनाव को लेकर बुलाई गई कोर कमेटी की बैठक में भी हिस्सा नहीं लिया था। अब वे प्रचार में भी अभी तक किसी भी सीट पर नहीं पहुंचीं हैं। वे चुनाव में स्टार प्रचारकों की सूची में भी शामिल हैं। आगामी दिनों में चुनावी दौरे को लेकर अभी उनका कोई कार्यक्रम भी नहीं बना है। हालांकि प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने दावा किया कि राजे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। केंद्रीय नेतृत्व उनके कार्यक्रम तय करता है और उस आधार पर उनका कार्यक्रम दिया जा रहा है। जल्दी वे चुनाव प्रचार में दिखेंगी। वसुंधरा राजे के अभी तक प्रदेश में सात सीटों पर चुनाव प्रचार में नहीं आने पर प्रदेश भाजपा प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा वे राष्ट्रीय नेता हैं, टिकट चयन के समय उनसे बात की गई थी। उपचुनाव तो स्थानीय नेतृत्व ही लड़ता है। मैं भी तो चुनाव प्रचार में नहीं गया। मैं पार्टी का राष्ट्रीय महामंत्री हूं और राजे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष। सिर्फ
वसुंधरा राजे को लेकर ही सवाल करना गलत है।
कांग्रेस: कई स्टार प्रचारक भी चुनावी प्रचार से दूर
पार्टी ने राज्य के 40 नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया है। इनमें से कई अभी तक प्रचार के लिए घर से बाहर ही नहीं निकले हैं। आगामी दिनों में इनके दौरे के कार्यक्रम भी अभी तक सामने नहीं आए हैं। स्टार प्रचारकों में विधायक, पूर्व मंत्रियों के साथ ही सांसदों को भी शामिल किया है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित कई नेता
झुंझुनूं, खींवसर, चौरासी व सलू्बर सीट पर तो प्रचार के लिए पहुंचे ही नहीं हैं। हालांकि गहलोत और डोटासरा दौसा और देवली-उनियारा में नामांकन जनसभाओं में शामिल हो चुके हैं।
वहीं, दौसा में पायलट जनसभा और रोड-शो कर चुके हैं। गहलोत महाराष्ट्र चुनाव में व्यस्त हैं। ऐसे में उनके दौरे तय होंगे या नहीं। यह स्पष्ट नहीं हैं। उधर, पायलट भी महाराष्ट्र व अन्य राज्यों में चुनावी दौरों में व्यस्त हैं। कुछ नेताओं के दौरे तय किए जा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली पिछले कुछ दिनों से रामगढ़ सीट पर ही ज्यादा सक्रिय नजर आ रहे हैं।