सलूम्बर और चौरासी में बीएपी तो खींवसर में आरएलपी प्रत्याशी भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी को टक्कर देंगे। झुंझुनूं सीट से पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने निर्दलीय के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल बाकी तीन सीटों पर कोई त्रिकोणीय मुकाबला नहीं चाहते, ऐसे में बगावत थामने के लिए अंदर ही अंदर पूरे प्रयास जारी हैं। भाजपा ने बगावत रोकने में काफी हद तक कामयाबी भी हासिल कर ली है।
कांग्रेस-भाजपा उम्मीदवारों की नामांकन सभाओं में गुरुवार को पार्टी के बड़े नेता पहुंचे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने चार विधानसभा क्षेत्रों में सभाएं की। वहीं, प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली सहित कांग्रेस के कुछ बडे़ नेता रामगढ़ में पार्टी प्रत्याशी के नामांकन दौरान मौजूद रहे।
दो सीटों पर दो-दो महिला उम्मीदवार
भाजपा ने सलूम्बर में शांता देवी मीणा और कांग्रेस ने रेशमा मीणा को प्रत्याशी बनाया है, वहीं खींवसर में कांग्रेस ने रतन चौधरी को और आरएलपी ने कनिका बेनीवाल को प्रत्याशी बनाया है। कनिका बेनीवाल नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल की पत्नी हैं। इन सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला
सलूम्बर : सलूम्बर विधानसभा सीट से भाजपा ने शांता देवी मीणा को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने रेशमा मीणा को टिकट दिया है। जबकि बीएपी ने जितेश कटारा पर दांव लगाया है। ऐसे में इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा।
चौरासी : चौरासी विधानसभा सीट पर भाजपा ने कारीलाल ननोमा को अपना प्रत्याशी बनाया है तो कांग्रेस ने महेश रोत पर दांव लगाया है। बीएपी ने अनिल कटारा को चुनावी रण में उतारा है। चौरासी सीट पर बीएपी का दबदबा है। वहीं, बीजेपी और कांग्रेस हर हाल में बीएपी को हराने की कोशिश करेगी। ऐसे में देखना ये होगा कि इस त्रिकोणीय संघर्ष में कौन बाजी मारता है।
झुंझुनूं: झुंझुनूं विधानसभा सीट पर भाजपा ने राजेन्द्र भांबू को और कांग्रेस ने अमित ओला को टिकट दिया है। वहीं, निर्दलीय प्रत्याशी राजेन्द्र गुढ़ा ने भी उपचुनाव में इस सीट से ताल ठोक दी है। ऐसे में इस सीट पर भी त्रिकोणीय संघर्ष नजर आ रहा है।
खींवसर: खींवसर विधानसभा सीट पर भाजपा ने रेवंतराम डांगा को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस ने रतन चौधरी को मैदान में उतारा है। दिलचस्प बात ये है कि आरएलपी ने इस सीट पर बड़ा दांव खेलते हुए हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल को टिकट दिया। इस सीट पर इस बार बिना गठबंधन मुकाबला होने जा रहा है। ऐसे में यह मुकाबला हनुमान बेनीवाल के लिए अग्नि परीक्षा से कम नहीं है।
इन सीटों पर बीजेपी-कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला
रामगढ़: इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिलेगा। यहां से बीजेपी ने सुखंवत सिंह और कांग्रेस ने दिवंगत विधायक जुबेर खान के छोटे बेटे आर्यन जुबेर खान को चुनावी रण में उतारा है।
दौसा: दौसा विधानसभा सीट पर बीजेपी ने किरोड़ी लाल मीना के भाई जगमोहन मीना को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस ने दीन दयाल बैरवा पर दांव लगाया है। राजस्थान की हॉट सीटों में से एक इस सीट पर सचिन पायलट और किरोड़ी लाल मीना की सांख दांव पर है।
देवली-उनियारा: इस सीट पर भाजपा ने राजेन्द्र गुर्जर तो कांग्रेस ने कस्तूर चंद मीना को टिकट दिया है। ऐसे में यहां गुर्जर और मीना के मुकाबला देखने को मिलेगा। हालांकि, कांग्रेस से बगावत करते हुए नरेश मीणा से यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। ऐसे में अब देखना ये होगा कि कांग्रेस क्या नरेश को मनाने में कामयाब हो पाएगी या नहीं?