भजनलाल सरकार ने 20 सालों में पहली बार स्वतंत्र रूप से वित्त मंत्री बनाया है। ऐसे में वित्त मंत्री के रूप में
दिया कुमारी आज पहला पूर्ण बजट पेश करेगी। इससे पहले बीजेपी हो या कांग्रेस उनके मुख्यमंत्री ही बजट पेश करते आ रहे थे। क्योंकि 2004 से 2023 तक वित्त विभाग मुख्यमंत्री के पास रहा था। लेकिन, अब 20 साल बाद वित्त मंत्री के रूप में मुख्यमंत्री बजट पेश नहीं करेंगे।
33 साल बाद केन्द्र से पहले राजस्थान का बजट
इसके अलावा 33 साल बाद केन्द्र के बजट से पहले राजस्थान का बजट आ रहा है। इससे पहले 1991 में ऐसा हुआ था। केन्द्र ने 31 अगस्त तक का लेखानुदान पास कर रखा है। जबकि राजस्थान सरकार ने 31 जुलाई तक का ही लेखानुदान ले रखा है।
बजट में हर वर्ग की खुशहाली फोकस
बजट में हर वर्ग की खुशहाली को लेकर फोकस करना बताया जा रहा है। इसमें युवाओं को रोजगार, जल उपलब्धता, ऊर्जा क्षेत्र में प्रदेश को आत्मनिर्भरता बनाने, 10 हजार करोड़ रुपए के निवेश से 2950 मेगावाट के 4 सोलर पावर प्रोजेक्ट को मंजूरी, चिकित्सा क्षेत्र में सभी को इलाज सुलभ कराना, आवास निर्माण, ग्रामीण महिलाओं को लखपति बनाने को लेकर कई घोषणाएं वित्त मंत्री कर सकती हैं।
इस टीम ने तैयार किया बजट
अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त अखिल अरोरा, वित्त (बजट) सचिव देबाशीष पृष्टी, वित्त (राजस्व) सचिव कृष्णा कान्त पाठक, वित्त (व्यय) सचिव नरेश कुमार ठकराल एवं निदेशक (बजट) बृजेश शर्मा।