ये है प्लान -फर्स्ट और सेकेंड फ्लोर को लिफ्ट से जोड़ा जाएगा। ऐसे में जो लोग मेट्रो या बस से नारायण सिंह तिराहे पर आएंगे, वे लिफ्ट का उपयोग करते हुए नीचे उतर आएंगे और वहां से शहर में अन्य स्थानों पर जा सकेंगे। मेट्रो स्टेशन पर व्यावसायिक स्थान भी तय किया जाएगा। इसमें कियोस्क लगाकर लीज पर दिए जा सकेंगे।
इसलिए है जरूरत यहां दिन भर में 1500 से अधिक बसें निकलती हैं। ऐसे में जाम की स्थिति बनी रहती है। इस प्रोजेक्ट से यातायात का दबाव कम और व्यवस्थित होगा। साथ ही पैदल यात्रियों की सुरक्षा भी हो सकेगी। कुशल सार्वजनिक परिवहन भी तिराहे पर नजर आएगा। मौजूदा समय की बात करें तो यहां आने-जाने में हमेशा हादसे का डर बना रहता है।
ये सुविधाएं भी प्रस्तावित -पैदल चलने वाले लोगों को सुरक्षित फुटपाथ -पार्किंग में ई-व्हीकल्स के लिए चार्जिंग पॉइंट नारायण सिंह तिराहा सहित शहर के अन्य भीड़ भरे चौराहों पर इस तरह के प्रोजेक्ट को लागू किया जा सकता है। मैंने टीम के साथ मिलकर नारायण सिंह तिराहे पर सर्वे किया था। क्या बेहतर हो सकता है, इस पर काम किया है। इस प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने के लिए अतिरिक्त जमीन की भी जरूरत नहीं पड़ेगी और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत छत पर सोलर पैनल भी लगा सकेंगे। इससे बिजली का खर्चा भी नहीं होगा। इस पूरे प्रोजेक्ट को बनाने में करीब आठ माह का समय लगा।
-निखिल शर्मा, आर्किटेक्ट