राज्य सरकार से विभिन्न मांगें मनवाने के लिए अलवर के बहरोड़ से निर्दलीय विधायक बलजीत यादव एक बार फिर दौड़ लगाकर अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे हैं। उनके इस अनूठे तरह के आंदोलन का नया चरण आज जैसलमेर के रामदेवरा से शुरू हुआ। लोकदेवता रामदेवरा के दर्शन करने के साथ ही विधायक यादव ने रामदेवरा से पोकरण तक की करीब 15 किलोमीटर दौड़ शुरू की। उनकी मांगों के समर्थन में उतरे कई युवा भी उनके साथ दौड़ में शामिल रहे।
गौरतलब है कि विधायक बलजीत यादव इससे पहले राजधानी जयपुर के सेंट्रल पार्क में दो बार सूर्योदय से सूर्यास्त तक नॉन-स्टॉप दौड़ लगा चुके हैं। दौड़ लगाकर अपनी मांग सरकार तक पहुंचाने का उनका ये अनूठा अंदाज़ राजनीतिक हलकों के साथ ही आमजन के बीच भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में दौड़ेंगे
विधायक बलजीत ने प्रदेश के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में दौड़ लगाकर राज्य सरकार से अपनी मांगे मनवाने का ऐलान किया हुआ है। इन सभी क्षेत्रों में वे करीब 15 मांगों के समर्थन में काले कपड़े पहनकर दौड़ लगाएंगे। इस आंदोलन की शुरुआत आज जैसलमेर ज़िले के रामदेवरा से हुई है।
भटकने को मजबूर हैं राजस्थान के युवा: बलजीत यादव
विधायक बलजीत यादव का कहना है कि देश भर में 22 राज्य ऐसे हैं जहां सरकारी भर्तियों में स्थानीय युवाओं को तरजीह दी जा रही है। इसके लिए राज्यों में बाकायदा क़ानून लागू है। वहीं राजस्थान में इस तरह का कोई क़ानून नहीं होने से प्रदेश के युवाओं को ना तो अन्य प्रदेशों में और ना ही अपने प्रदेश में नौकरियों का पूरी तरह से मौक़ा मिल पा रहा है। मांग ये है कि या तो विभिन्न राज्यों में लागू क़ानून निष्प्रभावी हो या राज्य के युवाओं को राज्य में निकली सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता दी जाए।
कांस्टेबल भर्ती में पूछ रहे आईएएस स्तर के सवाल
विधायक बलजीत यादव ने रामदेवरा में मीडिया से बातचीत में आज कहा कि राज्य सरकार से परीक्षा प्रणाली में बदलाव की भी मांग उठाई जा रही है। दरअसल, जिस कांस्टेबल भर्ती में युवाओं को अपराध रोकने के लिए बलिष्ठता और बहादुरी के पैमाने पर परखा जाना चाहिए, वहां उनसे परीक्षा में आईएएस स्तर के प्रश्न पूछे जा रहे हैं।इस कारण कई युवा काबिल होते हुए भी भर्ती से वंचित हो रहे हैं।
बुलेट ट्रेन नहीं खेतों में पानी चाहिए
विधायक यादव ने कहा कि किसानों को आज मेट्रो या बुलेट ट्रेन नहीं, बल्कि खेतों में उचित पानी की दरकार है। सरकार से मांग है कि गांव-ढाणियों तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जाए।