ज्योतिषाचार्य पं. सुरेश शास्त्री के अनुसार इस बार पुष्य नक्षत्र के साथ राज योग, अमृतसिद्ध योग भी बन रहा है। इसमें जमीन जायदाद, स्वर्ण आभूषण खरीदना बेहद शुभ माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार इस योग में की गई खरीदारी चिरस्थायी रहती है। इनमें हीरे के आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल, जमीन, मकान, कपड़े व अन्य खरीददारी सामान आदि की खरीदारी करना शुभ माना जाता है।
खरीदारी का मिलेगा पूरा समय:
पूरे दिन पुष्य नक्षत्र होने से इस बार भी लोगों को खरीदारी के लिए पूरा समय मिलेगा। पं. राजकुमार चतुर्वेदी के अनुसार जो लोग चौघड़िया के अनुसार खरीदारी करना चाहते हैं उनके लिए दिन में खूब मुहूर्त है। दोपहर 12 से 1:30 बजे तक राहू काल का समय रहेगा। इसमें किसी भी तरह की चल—अचल संपत्ती क्रय करने से बचना चाहिए।
लाभ अमृत — सुबह 6:39 से 9:25 बजे तक
शुभ का चौघड़िया— सुबह 10:48 से दोपहर 12:10 बजे तक
चर — दोपहर 2:56 से शाम 4:19 बजे तक
लाभ— शाम 4:19 से 5:41 बजे
शुभ—अमृत — शाम 7:18 से रात 10:33 बजे तक
पुष्य नक्षत्र में होगा प्रथम पूज्य का अभिषेक:
बुध पुष्य नक्षत्र में कल शहर के गणेश मंदिरों में विशेष आयोजन होंगे। प्रात: प्रथम पूज्य गणपति का पंचामृत से अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवाई जाएगी। इसके बाद मोदकों का भोग अर्पित किया जाएगा। मंदिरों में शाम को फूल बंगला एवं छप्पन भोग की झांकी सजाई जाएगी। प्रथम पूज्य के दर्शनों के लिए सुबह से ही भक्तों का तांता लगेगा। मोती डूंगरी गणेशजी के महंत कैलाश शर्मा के सान्निध्य में बूरा, शहद, गंगा जल, केवड़ा जल, इत्र इत्यादि से अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवाई जाएगी। नहर के गणेश मंदिर में महंत जय शर्मा के सान्निध्य में गणपति का अभिषेक कर मोदक का भोग लगाया जाएगा। श्रद्धालुओं के रक्षा सूत्र बांधे जाएंगे। चांदपोल स्थित परकोटे के गणेशजी के मंदिर में महंत कैलाशचंद शर्मा के सान्निध्य में प्रथम पूज्य का दूग्धाभिषेक किया जाएगा। इसके बाद मोदकों को भोेग लगाया जाएगा। शाम को प्रथम पूज्य को फूल बंगले में विराजित कर 56 भोग की झांकी सजाई जाएगी। इस मौके पर स्थानीय कलाकार भजनों से गणपति को रिझाएंगे। सूरजपोल बाजार स्थित श्वेत सिद्धि विनायक मंदिर में मंदिर के महंत मोहनलाल शर्मा के सान्निध्य में प्रात: मंत्रोच्चार के बीच दुग्धाभिषेक किया जाएगा।