पहले भी चेता चुकी हैं संस्थाएं
केंद्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय बुड्ढा नाले को गंभीर रूप से प्रदूषित क्षेत्र घोषित कर चुका है। मंत्रालय ने नाले के प्रदूषित पानी को सतलुज नदी में डालने को जीवन से खिलवाड़ बताया।बुड्ढा नाले में इन उद्योगों का अपशिष्ट
-रसायन उद्योग अम्ल, क्षार, कार्बनिक यौगिक दे रहे त्वचा रोग, एलर्जी और कैंसर।-धातु उद्योग सीसा, क्रोमियम, कैडमियम त्वचा में जलन और रंग बदल देते हैं।
-चमड़ा उद्योग इस उद्योग से निकलने वाले क्रोमियम, सल्फाइड त्वचा रोग दे रहे।
-रंग उद्योग रंग और अन्य रसायन त्वचा में जलन, खुजली और त्वचा के रंग में बदलाव ला रहे।
सामूहिक प्रयासों से ही समाधान
1. प्रदूषण रोकने में सरकार महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। 2. प्रदूषण नियंत्रण कानून सख्ती से लागू हों। अवैध अपशिष्ट डंपिंग के लिए दंड शामिल हो। 3. उद्योगों को प्रभावी उपचार संयंत्रों से लैस किया जाना चाहिए, और सीवेज उपचार क्षमता विस्तार के लिए निवेश करना चाहिए।गिर रहे बाल, नाखूनों में इन्फेक्शन
बाड़मेर लिफ्ट परियोजना से मिल रहे इंदिरा गांधी नहर के पानी से बाड़मेर और आस-पास लोग भी त्वचा रोग, बालों के झड़ने और नाखूनों में इन्फेक्शन से प्रभावित हो रहे हैं। यहां भी पित्ताशय के कैंसर के रोगी बढ़ रहे हैं। हार्ड वाटर के चलते पाचन क्रिया प्रभावित हो रही है। इसके चलते पेट और लीवर की बीमारियां भी तेजी से बढ़ रही हैं।राजस्थान के लिए एक और अच्छी खबर, अब 263 KM दूर से आएगा यमुना का पानी, खर्च होंगे 25 हजार करोड़
ऐसे आता है राजस्थान में पानी
इंदिरा गांधी नहर-गंगनहर को पानी की आपूर्ति पंजाब के फिरोजपुर जिले में बने हरिके हैडवर्क्स से होती है। फिरोजपुर फीडर को भी यहीं से पानी की आपूर्ति है। हरिके हैडवर्क्स पर आने वाले पानी का स्रोत सतलुज और व्यास नदियों के साथ पोंग और रणजीत सागर बांधों में संग्रहित पानी है।जहां पहुंचा पानी, वहां ज्यादा कैंसर रोगी
अध्ययन में पाया गया कि पंजाब का प्रदूषित पानी नहरों के जरिए राजस्थान के जिन जिलों में पहुंच रहा है वहां वहां पित्ताशय कैंसर के रोगी बढ़े हैं। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के जिलों में गंगनहर, भाखड़ा और इंदिरा गांधी नहर का पानी सिंचाई के साथ पेयजल के रूप में इस्तेमाल होता है।संक्रमण की आशंका
केमिकल का स्तर मानक से ज्यादा होने पर त्वचा, बालों व पेट को सबसे पहले प्रभावित करता है। इससे लीवर संक्रमण और पित्ताशय के कैंसर की आशंका भी रहती है।-डॉ. जितेंद्र सारस्वत, त्वचा रोग विशेषज्ञ, श्रीगंगानगर