रूफटॉप को बढ़ावा देना मकसद
बिजली के बिल में कमी लाना खाली जगह का ज्यादा से ज्यादा उपयोग सौर ऊर्जा उत्पादन में जन सहभागिता कोबढ़ावा देना प्रदूषण में कमी लाना कार्बन उत्सर्जन कम करना8th Pay Commission: राजस्थान के सरकारी कर्मचारियों की बढ़ेगी सैलरी! 8वें वेतन आयोग को मिली मंजूरी
रूफटॉप में पहले पायदान पर आना इसलिए भी जरूरी
- गुजरात – 4822 मेगावाट
- महाराष्ट्र – 2847 मेगावाट
- राजस्थान – 1414 मेगावाट
वर्चुअल नेट मीटरिंग से होगा काम
इसके लिए वर्चुअल बिजली सप्लाई कंसेप्ट लाया गया है। इस कॉन्सेप्ट को इस उदाहरण से समझा जा सकता है। दिलीप नाम का व्यक्ति जयपुर के बापू नगर स्थित मल्टीस्टोरी में रह रहा है। वह सोलर पैनल लगाना चाहता है, लेकिन बिल्डिंग की कॉमन छत पर इसकी अनुमति नहीं है। ऐसे में सस्ती बिजली उत्पादन नहीं कर पा रहा। मजबूरन उसे डिस्कॉम की महंगी बिजली का उपभोग करना पड़ रहा है।‘अनुभव के बोनस अंक देकर दी जाए नियुक्ति’, हाईकोर्ट ने इस भर्ती के मामले में दिया आदेश
यदि दिलीप के पास अन्य स्थान पर जमीन है। दिलीप उस जमीन पर सोलर पैनल लगाकर वहां उत्पादित सस्ती बिजली का उपयोग अपने बापू नगर स्थित फ्लैट में कर पाएंगे। इस बिजली का उपयोग अपनी दुकान या शोरूम में भी कर सकेंगे। यही प्रक्रिया वर्चुअल नेट मीटरिंग कंसेप्ट है।Hindi News / Jaipur / अब घर की छत पर जगह नहीं फिर भी ले सकते हैं सस्ती बिजली का मज़ा, क्लीन एनर्जी पॉलिसी में किया प्रावधान, जानें नया कॉन्सेप्ट