यहां त्रिवेणी नदी से पानी की तेज आवक लगातार बनी हुई है। त्रिवेणी नदी 3.40 मीटर गेज बहाव के साथ बह रही है। मंगलवार शाम 5 बजे तक बीसलपुर बांध में 314.18 आरएल मीटर पानी आ चुका है। बांध की भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है। ऐसे में बांध लगातार भरता जा रहा है। बीसलपुर बांध के गेट अब तक छह बार खोले जा चुके हैं।
बांसवाड़ा जिले का माही डेम का जलस्तर लगातार बढ रहा है। इसकी कुल भराव क्षमता 281.50 मीटर है। क्षेत्र में पिछले दो-तीन दिन से अच्छी बारिश हो रही है। माही बांध का मंगलवार शाम 5 बजे का जलस्तर 278.25 मीटर है। अब 3.25 मीटर ही खाली बचा है। मंगलवार को इलाके में कई जगह बारिश का दौर है। माही डेम के निर्माण को 41 वर्ष हो चुके हैं इसमें 26 वार डेम के गेट खोलकर पानी की निकासी की गई है। वर्ष 2023 में भी डेम भरा था।
पाली जिले में स्थित पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा जवाई बांध में पानी की आवक लगतार बनी हुई है। बांध की भराव क्षमता 61.25 फीट है। मंगलवार दोपहर तक बांध में 32.50 फीट तक पानी आ गया है। वर्ष 2017 में बांध के गेट खोले थे। वहीं पिछले वर्ष 2023 में बिफरजॉय की बारिश के कारण यह मानसून से पहले ही भर गया।
अब तक जवाई बांध नौ बार ओवरफ्लो हो चुका है। आधे से ज्यादा मानसून जा चुका है। बांध अभी आधे से कुछ ज्यादा ही भरा है। फिलहाल इस बार बांध के ओवरफ्लो की संभावना बहुत कम नजर आ रही है।
प्रतापगढ़ जिले में स्थित जाखम बांध को भरने का इंतजार है। 31 मीटर के मुकाबले अब तक 20 मीटर भर चुका है। किसानों को इस बारिश में भरने की आस है। गत वर्ष 2023 में भी बांध करीबन ढाई मीटर से अधिक खाली रहा था। जाखम बांध परियोजना सिंचाई विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 1986 से लेकर 2022 तक 31 मीटर भराव क्षमता वाला जॉखम बांध अब तक 21 बार छलका हैं।