गौरतलब है कि जयपुर कमिश्नरेट के डीसीपी राहुल प्रकाश पदभार संभालन के बाद राजधानी का दौरा किया, तब उन्हें न्यू सांगानेर रोड पर तैनात पुलिसकर्मियों के पास अधिक रकम मिली, जिसका कोई हिसाब नहीं था। डीसीपी को देख इंटरसेप्टर पर तैनात पुलिसकर्मियों ने नजदीक खड़े ट्रक चालक से वसूली रकम उसे वापस लौटा दी थी। यह सब देख डीसीपी ने पुलसकर्मियों को हटा दिया था।
वहीं चूरू पुलिस अधीक्षक को भी चेकिंग के दौरान इंटरसेप्टर पर तैनात कुछ पुलिसकर्मियों के पास रकम मिली, जिसका कोई हिसाब नहीं था। इसके बाद पीएचक्यू से निर्देश के बाद चूरू एसपी ने तो इंटरसेप्टर पर तैनात पुलिसकर्मियों को जेब में खुद के एक हजार रुपए रखने की अनुमती दी और इससे अधिक रकम होने पर रोजनामचा में उसका उल्लेख करने के आदेश दिए। जयपुर सहित अन्य जिला पुलिस भी ऐसी कवायद करने में जुटी है।