एनआइए की ओर से कहा कि दोनों आरोपी पीएफआइ के सदस्य हैं और इन्होंने आपराधिक गतिविधियों के लिए युवाओं को अपने साथ जोड़ा। ये वर्ष 2047 तक देश में इस्लामिक शासन स्थापित करने, आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने और उसके लिए धन जुटाने के प्रयासों में लिप्त थे। हथियारों व विस्फोटकों से संबंधित ट्रेनिंग कैंप का आयोजन करने और विभिन्न गतिविधियों के लिए धन जुटाने में शामिल रहे हैं। एनआईए का यह भी आरोप था कि इन्होंने विभिन्न धार्मिक वर्गो के बीच वैमनस्य को बढ़ावा देने के लिए युवाओं को प्रेरित किया।
लॉरेंस के नाम से धमकी देने वाले को खुद की दी सिम, गिरफ्तार
15 राज्यों में एकसाथ की थी कार्रवाई
एनआइए ने 21 सितंबर 2022 की रात पन्द्रह राज्यों में पीएफआइ के 93 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की। इसके अलावा कोटा निवासी मुबारिक व वाजिद को एनआइए ने हाल ही गिरफ्तार किया। इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का वर्ष 2006 में गठन किया गया था।