डॉक्टर अनुराग धाकड़ ने बताया कि ट्रॉमा सेंटर में मकर संक्रांति पर मेडिकल स्टाफ को बढ़ा दिया गया है। आर्थोपेडिक, जनरल सर्जरी, सीटीवीएस और न्यूरोसर्जन की चार टीमें लगाई गई है। सभी टीमों में दो—दो डॉक्टर्स लगाएं गए है। ऐसे में 8 डॉक्टर्स 24 घंटे ड्यूटी करेंगे। ट्रोमा सेंटर पर आम दिनों में आर्थोपेडिक व जनरल सर्जरी के डॉक्टर ड्यूटी करते है। सीटीवीएस और न्यूरोसर्जन के डॉक्टर्स को आन कॉल बुलाया जाता है। लेकिन सीटीवीएस और न्यूरोसर्जन के डॉक्टर्स ट्रोमा में ही मौजूद रहेंगे।
राजधानी जयपुर में पतंगबाजी में लोग घायल हो रहे है। जिन्हें एसएमएस अस्पताल लाया जा रहा है। डॉ अनुराग धाकड़ ने बताया कि कल शाम से आज सुबह तक ट्रॉमा सेंटर में सात घायलों को लाया गया है। इनमें से तीन घायल गंभीर है। जिनका अस्पताल में इलाज जारी इसके अलावा अन्य चार घायलों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। पतंगबाजी में घायल होने वाले लोगों में सिर मे चोट, होंठ कटना व अन्य तरह के केस सामने आ रहे है।