मिर्गी दिवस पर पत्रिका टॉक शो: ‘मिर्गी का इलाज संभव, जरूरत है इस रोग को अंधविश्वास से दूर करने की’
डॉ. भावना शर्मा ने दिए मिर्गी से संबंधित सवालों के जवाब
पत्रिका और ब्रेन डिजीज रिसर्च एंड मैनेजमेंट सोसायटी की ओर से आयोजित टॉक शो में मिर्गी रोगियों और आमजन ने बड़ी संख्या में शिरकत की। इस दौरान डॉ. शर्मा ने मिर्गी के कारण, लक्षण, प्रकार और उपचार को लेकर विस्तार से बताया। उपस्थित लोगों ने मिर्गी से संबंधित सवाल-जवाब किए। टॉक शो का संचालन पत्रिका के शैलेन्द्र शर्मा ने किया।
मिर्गी दिवस पर पत्रिका टॉक शो: ‘मिर्गी का इलाज संभव, जरूरत है इस रोग को अंधविश्वास से दूर करने की’
जयपुर. मिर्गी विभिन्न बीमारियों की तरह एक बीमारी है, जिसका इलाज संभव है। लेकिन एक तबका इस बीमारी को अंधविश्वास से जोड़कर देखता है। भ्रांति है कि मिर्गी पापों और पिछले जन्म के बुरे कर्मों का परिणाम है। जबकि वास्तविकता बिल्कुल अलग है। ये कहना है एसएमएस हॉस्पिटल की वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. भावना शर्मा का, जो गुरूवार को राष्ट्रीय मिर्गी दिवस पर ज्योति नगर में आयोजित पत्रिका टॉक शो में अपनी बात कह रही थीं।
पत्रिका और ब्रेन डिजीज रिसर्च एंड मैनेजमेंट सोसायटी की ओर से आयोजित टॉक शो में मिर्गी रोगियों और आमजन ने बड़ी संख्या में शिरकत की। इस दौरान डॉ. शर्मा ने मिर्गी के कारण, लक्षण, प्रकार और उपचार को लेकर विस्तार से बताया। उपस्थित लोगों ने मिर्गी से संबंधित सवाल-जवाब किए। टॉक शो का संचालन पत्रिका के शैलेन्द्र शर्मा ने किया।
70 प्रतिशत मरीज 3 साल में हो जाते हैं ठीक डॉ. शर्मा ने बताया कि उचित दवाओं के इस्तेमाल से मिर्गी के 70 प्रतिशत मरीज अधिकतम 3 साल में, 20 प्रतिशत 3-5 साल में ठीक हो जाते हैं। बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों में मिर्गी होने के कारण और उपचार अलग-अलग होते हैं। रोगी को गैस-चुल्हे पर काम और ड्रायविंग से बचना या विशेष सावधानी बरतना चाहिए। शराब से दूर रहें, दवाएं समय पर लें, डॉक्टर की बात मानें और पॉजिटिव सोचें। झाड़-फूंक और नमीम-हकीमों से बचें।
टॉक शो में पूछे गए कुछ सवालसवाल. क्या मिर्गी रोगी शादी कर सकता है। सुनील शर्मा जवाब. बिल्कुल, शादी कर सकता है। मेरा सुझाव है कि शादी से पहले इस रोग के बारे में दूसरे पक्ष को बता दें। ताकि बाद में समस्या न हो।
सवाल. मिर्गी क्यों होता है और इसे कैसे पहचानें। रामस्वरूप जाखड़ जवाब. मिर्गी जन्मजात और किसी बीमारी के कारण हो सकता है। किसी को एक बार दौरा आता है तो यह मिर्गी नहीं है। बार-बार दौरा आए तो मिर्गी हो सकता है।
सवाल. दिमागी बी मारियों और दौरों को डाक्टर को समझाना मुश्किल होता है, क्या करें। नाजिया परवीन जवाब. दौरों के समय मोबाइल से वीडियो बनाकर डॉक्टर को दिखाएं। इससे डॉक्टर बीमारी को समझ सकता है, हो सकता है जांचे भी न करानी पड़े।
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